L19/Ranchi: इनफ्लुएंजा के लक्षण वाले मरीजों की संख्या तेजी से बाद रही है। लोग खुद से मेडिकल स्टोर से दवा लेकर खा रहे है। इसमें कुछ लोग तो दवा से ठीक हो जा रहे है। लेकिन एंटीबायोटिक व अन्य दवा लेना लोगों कोस्वस्थ के लिए महंगा पड़ रहा है। इस चक्कर में लोगों की तबीयत और ज्यादा बिगड़ रही है। इसके बाद लोग इलाज के लिए चिकित्सक के पास जा रहे है। इस वजह से लोगों को ठीक होने में भी काफी समय लग रहा है।
एक्सपर्ट लोगों को यहीं सलाह दे रहे है कि लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करेंगे। चिकित्सकों का कहाँ है किएंटीबायोटिक लेना सही नहीं, मौसम में बदलाव को लोग बीमारी से जोड़कर देख रहे है। जबकि दिसंबर के बाद से ही इस तरह का इंफ्लुएंजा हर साल आता है। बस वायरस का स्वरूप बदल जाता है। इसबार H1N1 के साथ H3N2 वायरस लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है।
रिम्स के डॉ संजय कुमार ने बताया कि लोग खुद से एंटीबायोटिक व अन्य दवाएं ले रहे है, जबकि यह उचित नहीं है लोगों को तबीयत खराब होने पर डॉक्टर से संपर्क कर लिया जाए तो बीमारी के अनुसार दवा लेनें की सलाह देगी।
स्वास्थ्य विभाग ने इंफ्लुएंजा को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है। वहीं रिम्स-सदर के अलावा सभी जिला अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। डॉक्टरों, नर्सों के साथ ही अस्पताल में जरूरी मेडिसीन भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। जिससे कि इंफ्लुएंजा के मरीज इलाज के लिए आएंगे तो उसे कोई परेशानी नहीं होगी। बताते चलें कि सदर अस्पताल में 100 बेड का वार्ड बनाया गया है। जबकि रिम्स में एक वार्ड हमेशा से मरीजों को इलाज के लिए तैयार है।