L19/Ranchi : इन दिनों मौसम का मिजाज नमी भरा रहेगा। अगले 7 दिनों तक बारिश का पुर्वानुमान लगाया गया है। रांची के मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बंगाल की खाड़ी में डीप डिप्रेशन और लोकल सिस्टम मजबूत होने का असर झारखंड के मौसम पर दिखाई पड़ रहा है। यह वजह है कि बीते रविवार से ही राजधानी रांची सहित आसपास के जिलों में रुक रुक कर वर्षा हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले सप्ताह तक झारखंड के मौसम का मिजाज कुछ इसी तरह रहेगा। हालांकि, 28-30 जुलाई के बीच साइक्लोनक सर्कुलेशन के कारण बंगाल की खाडत़ी में बने हल्के दबाव से झारखंड का बारिश का अनुमान जताया गया था, मगर इसका ज्यादा प्रभाव ओडिशा व छत्तीसगढ़ में हुआ।
मौसम विभाग द्वारा किये गये पुर्वानुमान के मुताबिक, अगले सप्ताह तक रांची समेत आसपास के जिलो में बारिश होगी। इससे खेतों में इतना पानी उपलब्ध हो पायेगा कि किसान रोपनी शुरु कर सकें। जाहिर है कि झारखंड में लगातार दूसरे साल मॉनसून की बेरुखी से सूके जैसे हालात पैदा हो गये हैं। झारखंड में इतने दिनों में अब तक 205 मिमी वर्षा होनी चाहिये थी। मगर यह केवल 104 मिमी तक ही सिमट कर रह गयी जो कि औसत से 36% कम है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, रविवार से हो रही बारिश से यह आंकड़ा 3% के लगभग पहुंच पायेगा। बता दें, रांची में अमूमन हर साल इतने वक्त में 324 मिमी वर्षा होती है मगर इस बार केवल 207.7 मिमी ही हुई है। वहीं, राज्य के औसत से 41% कम बारिश हुई है।
जाहिर है, इस साल मॉनसून एक हफ्ते देरी से आया। जून के दूसरे सप्ताह के शुरुआत में जहां मॉनसून का आगाज हो जाता था, मगर इस बार यह 18 जून तक आया। शुशुरुआत में संताल परगना में अच्छी बारिश हुई लेकिन इसके बाद मानसून कमजोर पड़ गया। अधिकांश जिलों में बारिश नहीं होने से धान का बिचड़ा खेतों में सूख गया। पिछले वर्ष भी झारखंड में मानसून की बारिश कमजोर रही थी। इसकी वजह से राज्य सरकार ने प्रदेश के 24 में से 22 जिलों के 226 प्रखंडों को सूखा प्रभावित घोषित किया था।