L19/Bokaro : जरीडीह प्रखंड के सभी सरकारी स्कूल में वज्रपात से बचने के लिए तड़ित चालक नहीं है। कहा जाता है कि विगत 15 वर्ष पहले सभी स्कूलों में तड़ित चालक लागया गया था। जिसे चोरों ने उखाड़ लिया। जून और जुलाई माह में बारिश के साथ साथ जमकर वज्रपात होती है। सिर्फ तुपकडीह के कुंडोरी संकुल में सात मध्य विद्यालय,नौ नव प्रथमिक विद्यालय ,एक प्राथमिक विद्यालय तथा एक श्रमिक हाई स्कूल समेत कुल 18 स्कूल के सैकड़ो बच्चे रोजाना स्कूल में पढते है।अभिभावक ही नही शिक्षक भी चाहते है कि स्कूलों में तड़ित चालक लगे। ठाकुरटांड़ के हेडमास्टर अनिल तिवारी ने बताया की कई बार आसमानी गर्जन के साथ साथ बज्रपात हुए है।
वर्ष 2019 में स्कूल के बगल में वज्रपात होने से तीन भैसो की मौत हो गई थी। ईश्वर की कृपा से उस वक़्त बच्चे सुरक्षित रहे। म वि केंदुआडीह के हेडमास्टर काली चरण महली ने बताया कि स्कूल के समीप से ग्यारह हजार वोल्ट का तार गुजरा है। वज्रपात के वक़्त यह तार ब्लू कलर का हो जाता है। लगभग आधे घण्टे तक बच्चे अपने कमरे में डरे रहते है। खुटरी पंचायत बाड़ा कुल्ही गांव के छोर में स्थित नव प्राथमिक स्कूल के आस पास कोई आबादी नही है। चारो और मैदान होने के कारण यहाँ ठनका गिरने की संभावना बनी रहती है। हेडमास्टर हरि मांझी बताते है कि शिक्षक समेत बच्चे भगवान भरोसे रहते है।
बता दे की अभी तक स्कूल में वज्रपात नही गिरा है पर बरसात मे हर क्षण शरीर कांपता रहता है। संकुल के सीआरपी प्रधान बिनोद कुमार ने बताया कि वह प्रत्येक वर्ष विभाग से पुनः तड़ित चालक लगाने की मांग करते थक चुकें है। गत वर्ष बांध डीह हाई स्कूल के प्रांगण में वज्रपात होने से कई बिद्यार्थी घायल हुए थे। कहा जाता है कि एक विधार्थी की मौत भी हुई। तब जिला व ब्लाक प्रसाशन के द्वारा कहा गया था कि जल्द ही प्रखंड के सभी 17 पंचायतों के स्कूलों में तड़ित चालक लगाया जायेगा परंतु एक साल बीत जाने के बाद भी उनकी कथनी नजर नहीं आए।
रिपोर्ट- मुन्ना दुबे, बेरमो