L19 DESK : राज्य में इस वर्ष देरी से मॉनसून प्रवेश करने का अनुमान लगाया जा रहा था। क्योंकि केरल में बारिश देरी से होने की संभावना थी। मगर अब खबर आ रही है कि केरल में बारिश ने दस्तक दे दी है। बताया जा रहा है कि आमतौर पर मानसून झारखंड में 14 से 15 जून तक प्रवेश कर जाता है, लेकिन इस बार 4 से 5 दिनों की देरी से प्रवेश करने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, केरल सहित दक्षिण तमिलनाडु, कोमोरिन क्षेत्र के शेष हिस्सों, मन्नार की खाड़ी और दक्षिण पश्चिम, मध्य एवं उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों की ओर मानसून बढ़ रहा है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए झारखंड में मानसून के 18 से 20 जून तक पहुंचने का अनुमान है।
रांची के मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आगे के राज्यों में मॉनसून अपने समय पर ही पहुंचने का अनुमान है। इससे पहले, मानसून के बिहार, झारखंड, उत्तर ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के दक्षिण इलाकों में 10 जून तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया था। मौसम विभाग के जारी किए मैप के अनुसार, 10 जून तक मानसून महाराष्ट्र पहुंच जाएगा। इसके बाद बिहार और झारखंड की सीमा पर 18 से 20 जून तक दस्तक देगा।
मॉनसून में देरी के चलते वर्षा सामान्य से कम होने की भी आशंका है। इससे पहले साल 2022 में भी 6 दिनों की देरी से 18 जून को मानसून ने झारखंड में प्रवेश किया था।
इधर, पिछले 24 घंटे में राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा हुई है। अधिकांश जगहों पर हीटवेव का असर देखा गया। सबसे अधिक वर्षा 1 मिमी पाकुड़ के महेशपुर में रिकॉर्ड की गई है। वहीं राजधानी की बात करें, तो अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री जबकि न्यूनतम 28 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि 9 से 12 जून तक राजधानी में दोपहर या शाम के समय आंशिक बादल छाए रहने और कहीं-कहीं हीटवेव का भी असर देखने को मिलेगा। वहीं, 9 व 10 जून को राज्य के पूर्वी व निकटवर्ती हिस्सों में हीटवेव को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि अगले पांच दिनों तक राज्य में अधिकतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।