L19 DESK : कॉमेडियन कपिल शर्मा, अभिनेता रणबीर कपूर, हुमा कुरैशी और हीना खान भी अब जेल जा सकते हैं। नेताओं के बाद अब इन अभिनेताओं को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। क्योंकि इन पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शामिल होने का आरोप है। मामला दरअसल, महादेव बेटिंग ऐप से संबंधित है। बेटिंग यानि सट्टेबाजी जिसे ऑनलाइन ऐप के माध्यम से अवैध तरीके से अंजाम दिया जा रहा था। इस केस में कॉमेडियन कपिल शर्मा, एक्ट्रेस हुमा कुरैशी और हिना खान को ईडी ने समन भेजा है। हालांकि इन्हें कब बुलाया गया है, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
वहीं, एक्टर रणबीर कपूर ने ईडी को ईमेल भेजकर पेश होने के लिए एक हफ्ते का वक्त मांगा है। रणबीर को 6 अक्टूबर को रायपुर के ईडी दफ्तर में पेश होना था। मगर ईडी रायपुर के वकील सौरभ पांडेय का कहना है कि रणबीर को 6 नहीं 5 अक्टूबर को पेश होना था, लेकिन वे नहीं आए। आपको बता दें, इस संबंध में 15 सितंबर को ईडी ने रायपुर, भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों पर छापेमारी कर संदिग्धों के ठिकानों से 417 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति जब्त की थी। इसमें बड़ी तादाद में सोने-चांदी के जेवर और कैश बरामद किये गये थे।
इस बीच महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है। मनी लॉड्रिंग की जांच कर रही ईडी सूत्रों के मुताबिक फरार आरोपी औऱ इस ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर और रवी उप्पल ने भारत के अलावा पाकिस्तान में भी अपना कारोबार शुरू किया है। उन्होंने उसका नाम उर्दू में रखा है। खास बात यह है कि इसके लिए उनको अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का संरक्षण मिला है। अब आते हैं मामले की गहराई पर। ईडी के सूत्रों की माने तो ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर ने 18 सितंबर 2022 को दुबई के एक 7 स्टार होटल में पार्टी दी थी।
जिसमें करीब 200 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इस पार्टी में कुछ 17 बॉलीवुड सेलेब्स ने परफॉर्म किया था, जिसके लिए उन्होंने 40 करोड़ रुपए चार्ज किए थे। बॉलीवुड सेलेब्स, वेडिंग प्लानर्स, डांसर्स और डेकोरेटर्स भी मुंबई से दुबई पहुंचे थे। हवाला चैनलों का इस्तेमाल कर इन्हें पैसे दिए गए थे। पिछले साल दिसंबर से चल रही इस केस की इन्वेस्टिगेशन में अब जाकर बॉलीवुड कनेक्शन सामने आया है। अब अगर ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर की बात करें तो बताया जाता है कि वह मूल रुप से छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। वहां वह जूस की दुकान चलाता था।
आय सीमित थी, लेकिन उसके सपने बहुत बड़े थे। वो करोड़पति बनना चाहता था। इसके लिए उसने सट्टा खेलना शुरू किया। धीरे-धीरे उसकी किस्मत चमकी और वो बड़े पैमाने पर सट्टा खेलने लगा। अपने खास दोस्त रवि उप्पल के साथ मिलकर उसने सोचा कि क्यों न ऑनलाइन सट्टा खेला और खिलाया जाए? तब सौरभ को एक आइडिया आया। उसने आनलाइन ऐप बना डाली, जिसका नाम रखा महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप। गेम की शुरुआत केवल 500 रुपये से होती है। ऐप पर पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल जैसे कई लाइव गेम्स में सट्टा लगाया जा सकता है।
कई लोगों ने इसमें पैसे लुटाए। माना जाता है कि इसका नेटवर्क भारत के अलावा नेपाल, बांग्लादेश समेत अन्य कई देशों में फैला हुआ है। लेकिन ऐप बनाने वालों ने कलाकारी की। उन्होंने इस तरीके से ऐप को बनाया कि प्लेयर्स हमेशा पैसे खो देते थे, और कंपनी हमेशा फायदे में रहती थी। हालांकि शुरुआत में हारने वाले को भी जीता हुआ दिखाया जाता था, लेकिन यही कंपनी की प्लानिंग थी। धीरे-धीरे करके इसमें लाखों लोग जुड़ गए। बाद में कंपनी ने अपना मेन आफिस दुबई में बना लिया। इस एप्लीकेशन के कॉल सेंटर श्रीलंका और नेपाल में भी बनाए गए। करीब 50 लाख लोग इसके मेंबर बन गए। गेमिंग ऐप के बैंक खाते से पिछले एक साल में 5000 करोड़ रुपयों से ज्यादा का लेन-देन किया गया।
कंपनी के खातों में जो पैसा आया, उसे हवाला के जरिए भारत समेत विदेशों में खातों में ट्रांसफर किया गया। करीब 10 हजार से ज्यादा बैंक खाते इसके लपेटे में हैं। पिछले चार सालों से ये ऐप चल रही थी। वहीं, इस केस को लेकर 17 बॉलीवुड सितारे और 100 से ज्यादा इंफ्लुएंसर्स ईडी के रडार पर है। ईडी 2022 से इस मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है कि महादेव ऐप के प्रमोटरों ने ऐप से ज्यादा से ज्यादा लोग जोड़ने के लिए फिल्मी सितारों का इस्तेमाल किया। ये सितारे महादेव ऐप या फिर इसके सहयोगी ऐप के प्रमोशन से सीधे तौर पर जुडे़ थे।
अब ईडी इस सिलसिले में फिल्मी सितारों से पूछताछ का मन बना चुकी है। अगर सितारों के खिलाफ सबूत मिलेंगे तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है। वहीं, इसमें कई राजनेताओं और नौकरशाहों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। लेकिन यहां एक सवाल ये भी बना हुआ है कि इस ऐप के बारे में सरकार को आखिर तब क्यों पता चला, जब इसके प्रमोटर्स हजारों करोड़ रुपए कमा चुके थे।