L19 DESK : झारखंड में इन दिने सायबर ठगी के मामले सामने आते दिख रहे हैं, जिसमें ठगों के द्वारा आपके मोबाइल पर एक एपीके फ़ाइल भेजा जाएगा और जब आप उसे डाउनलोड कर खोलने का प्रयास करेंगे तो आपके सारे डाटा ठगों के पास चला जाएगा. ये ठग हर दिन नए तरीकों को अपनाते हैं जिससे कि लोगों को समझ नहीं लगता कि हम भी इस ठगी के शिकार हो रहे है.
यह भी देखा जा रहा है कि शादी का ऑनलाइन कार्ड भी ठगों का एक नया जरिया भी होता जा रहा है जिसमें आपको एक ऑनलाइन शादी का कार्ड अनजान नंबर से भेजा जाएगा, जिसे खोलते ही आपके मोबाइल में वायरस आ जाता है और उसके मदद से मोबाइल हैक कर लिया जाता है. रांची साइबर थाना के अनुसार हर माह यहां साइबर ठगी से जुड़े लगभग 40 केस दर्ज हो रहे हैं और इनमे ज्यादा एपीके फ़ाइल के के जरिए ठगी के मामले हैं.
ठगों द्वारा सरकारी योजना को बनाया जा रहा जरिया
यहां ठगों के तरीको में बदलाव काफी देखा जाता है, इनदिनों सरकारी योजना को जरिया बनाया जा रहा है. जिसमें राज्य एवं भारत सरकार कि कई योजना जैसे पीएम किसान न्यूलिस्ट डॉट एपीके, पीएम किसान लिस्ट डॉट एपीके, मंईयां सम्मान योजना डॉट एपीके तथा अनेक राज्य की योजना के नाम पे भेजा जा रहा है. जिसे लोग बिना कुछ समझे खोलते है और यहां ठगों का शिकार बन जाते हैं. ऐसा ज्यादातर गांव के इलाके में होता दिख रहा है, डिजिटल समझ की कमी होने के कारण लोग पहली बार में समझ नहीं पाते हैं, जिससे शिकार हो जाते हैं.
गृह मंत्रालय ने भी इस मामले पर संज्ञान ली
मंत्रालय द्वारा अलर्ट जारी किया गया है जिसमें लोगों को इस ठगी से सचेत रहने तथा किसी भी अनजान नंबर से मोबाइल पर आये पीडीएफ-एपीजे फ़ाइल को खोलने से बचने की जरुरत बताई गई है या कोई भी लिंक आए तोह उससे भी बचने कि जरुरत है और यदि कोई इस ठगी के शिकार होते है तो तुरंत नजदीकी साइबर थाना में इसकी सूचना दें.
ठगों से बचने के रास्ते
1. आज से सबसे पहले मोबाइल में ऑटो डाउनलोड सिस्टम को व्हात्सप्प के सेटिंग से बंद करे.
2. किसी भी फ़ाइल जैसे पीडीएफ-एपीजे या लिंक किसी अनजान नंबर से आये तो उसे पहले जांच करें फिर उसे खोले.
3. सरकारी योजना के नाम से आई फ़ाइल को देख कर खोले.
4. यदि आपको किसी भी तरह कि इनविटेशन किसी अनजान नंबर से आता है तो उसे क्लिक करने से बचे.
5. यदि क्लिक करने के बाद आपका मोबाइल या कंप्यूटर हैक हो जाता हो तो तुरंत इस घटना कि सूचना साइबर पुलिस या साइबर अपराध के नंबर 1930 पर जानकारी दे.
रिपोर्ट : हर्ष प्रियदर्शी