L19/Dhanbad : पुटकी थाना क्षेत्र स्थित बीसीसीएल गोपालीचक के 13 नंबर से 17 नंबर के बीच स्थित एक किलोमीटर तक फैले हरे भरे जंगल को काटने पहुंची बीसीसीएल की टीम का स्थानीय लोगों ने खुलकर विरोध किया। ना सिर्फ सड़क पर उतर कर लोगों ने इसके खिलाफ नारेबाजी की, बल्कि दर्जनों महिला और बच्चे जंगल में उतर कर पेड़ों से चिपक गए और बीसीसीएल प्रबंधन से पेड़ नहीं काटने की गुजारिश की, जिसके बाद आउटसोर्सिंग पैच चालू करने को लेकर करीब 2000 पेड़ों को काटने के लिए पुटकी पहुंचे पीबी एरिया के गोपालीचक कोलियरी प्रबंधन को बेरंग लौटना पड़ा।
पेड़ों को बचाने के लिए चिपको आंदोलन लिया सहारा
स्थानीय लोगों का कहना है कि धनबाद में प्रदूषण चरम पर है। ऐसे में पेड़ों की कटाई उचित नही है। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए झारखंड उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका भी दायर किया गया है। उन्होंने कहा कि हजारों पेड़ों का सवाल है। इसी वजह से स्थानीय लोगों ने पेड़ों को बचाने के लिए चिपको आंदोलन शुरू किया है। ग्रामीणों ने कहा पेड़ काटने से पहले हम लोगों को काटना होगा। पेड़ों को किसी सूरत पर भी काटने नहीं देंगे।
वार्ता कर समस्या के समाधान करने का प्रयास किया
इस बारे में बीसीसीएल पीबी एरिया गोपालीचक कोलयरी मैनेजर ने कहा कि जिला प्रशासन और वन विभाग को पत्र भेजा गया है तथा वन विभाग से पेड़ काटने की अनुमति ले ली गयी है। सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरी की गई है। 1700 सौ पेड़ काटना है, 300 पेड़ को ट्रांसप्लांट करना है, लेकिन स्थानीय लोग पेड़ कटाई का विरोध कर रहे हैं। सभी से वार्ता कर समस्या के समाधान का प्रयास किया जाएगा।
ग्रामीणों ने कहा दिल्ली से ज्यादा प्रदूषण धनबाद में है
ग्रामीणों ने कहा की धनबाद जिले में प्रदूषण के मामले में दिल्ली को भी पछाड़ दिया था। धनबाद में प्रदूषण स्तर एयर क्वालिटी इंडेक्स की सघनता 554 पार थी. पीएम 2.5 का स्तर 544.2 और पीएम 10 का स्तर 554.9 था, जो राष्ट्रीय मानक 100 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर से पांच गुना अधिक है।