L19/Giridih : गिरिडीह जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गरहाटांड़ घाटी फील्ड एरिया के निवासी दिलीप सिंह के घर में 10 लाख से अधिक की चोरी की घटना सामने आयी है। इसकी सूचना मिलते ही गिरिडीह एसपी अमित रेनू के निर्देशानुसार बड़ी संख्या में पुलिस की टीम सिविल सर्जन के ड्राइवर दिलीप सिंह के घर पहुंचकर जांच में जुट गयी। जांच में खुलासा हुआ कि बेटे बहू ने ही मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दिया था।
क्या है पूरा मामला?
दिलीप सिंह दरअसल गिरिडीह के सिविल सर्जन के ड्राइवर के तौर पर काम करते हैं। बीते शुक्रवार को उनके यहां से चोरी का मामला सामने आया। इसमें 10 लाख रुपये की कीमत के जेवरात और 1.25 लाख नकद रुपयों की चोरी होने की खबर मिली थी। बताया जा रहा है कि दिलीप सिंह की पत्नी रिंकी सिंह पड़ोस में गई थी। इसी बीच घर में दिलीप सिंह का मंझला बेटा अभिषेक सिंह उर्फ छोटू मौजूद था, जो घर के ऊपर के कमरे में सो रहा था। वहीं, उसकी पत्नी सुरुचि नीचे घर में मौजूद थी। इस दौरान कुछ 6-7 की संख्या में हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने घर के पीछे से प्रवेश कर बहू सुरुचि को नशीला पदार्थ सुंघा कर बेहोश कर दिया। इसके बाद लूटपाट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।
जब सुरुचि से मामले की पूछताछ की गयी, तो पुलिस को उसके बयान में विरोधाभास पाया। इसके मद्देनज़र एसडीपीओ और मुफस्सिल थाना की पुलिस को सुरुचि पर ही शक होने लगा। इसी बीच पूछताछ के क्रम में दिलीप सिंह के पड़ोसियों ने बताया कि शाम के समय एक लड़की को उन लोगों ने दिलीप सिंह के घर के पीछे की तरफ देखा था। पुलिस जब दिलीप सिंह के घर के पीछे छानबीन करने गई तो, झाड़ियों से कपड़े की पोटली पायी गयी। पोटली खोलने पर उसमें घर से चोरी किए गए सारे जेवरात मिल गए।
इसके बाद पुलिस ने दिलीप सिंह की बहू सुरुचि और उसके पति अभिषेक सिंह से पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ के दौरान वे दोनों टूट गए और अपने चोरी के वारदात को स्वीकार कर लिया। उन्होंने बताया कि चोरी के जेवरात और पैसों को लेकर वे लोग बंगाल भागने की तैयारी में थे। पुलिस ने जेवरात सहित 1.25 लाख नगद रुपए बरामद कर लिए। उधर, घर में चोरी और झूठी डकैती की कहानी रचने वाले अभिषेक सिंह और उसकी पत्नी सुरुचि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।