पार्टी आलाकमान ने दिये संकेत कहा फील्ड में करें काम
L19/DESK : कांग्रेस के निलंबित विधायक डॉ. इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप की जल्द ही कांग्रेस पार्टी में वापसी होगी। कांग्रेस आलाकमान ने तीनों विधायकों का निलंबन वापस लेने का निर्णय ले लिया है। जल्द ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के हस्ताक्षर से निलंबन वापसी की अधिसूचना जारी कर दी जायेगी। तीनों विधायकों द्वारा रखे गए पक्ष को देखते हुए पार्टी ने निलंबन वापस लेने का फैसला लिया है। झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के नेता और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने ये संकेत दिये हैं। आलमगीर आलम ने बताया कि पार्टी आलाकमान ने तीनों निलंबित विधायकों के निलंबन को वापस लेने का फैसला ले लिया है। कभी भी इस संबंध में आला कमान का आदेश प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेज दिया जायेगा। पार्टी आलाकमान द्वारा दो सप्ताह के अंदर औपचारिकताएं पूरी कर दी जायेंगी।
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में 30 जुलाई 2022 को 50 लाख कैश के साथ वहां की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। तीनों विधायकों ने दिल्ली में पार्टी आला कमान के समक्ष अपना-अपना पक्ष रखा। तीनों विधायक ने राज्यसभा सांसद धीरज साहू के साथ दिल्ली में पार्टी के वरीय नेताओं से बातचीत की थी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम से इस संबंध में कई दौर की बात भी हुई। जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस ने आला कमान को सारी परिस्थितियों से अवगत कराया।
कांग्रेस राष्ट्रीय महामंत्री सह सांगठनिक मामलों के प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने विधायकों को क्षेत्र में काम करने का निर्देश दिया है। तीनों विधायकों ने निलंबित होने के बाद केसी वेणुगोपाल के समक्ष भी अपनी बातों को मजबूती से रखा था और निलंबन मुक्त करने की मांग की थी। कांग्रेस से निलंबित तीनों विधायकों ने झारखंड उच्च न्यायालय में रांची में दर्ज हुए जीरो एफआइआर पर याचिका भी दायर की थी। रांची के अरगोड़ा थाने में दर्ज पार्टी के ही विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने जीरो एफआईआर किया था, जिसे कोलकाता पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया था। विधायकों की ओर से कहा गया था कि प्राथमिकी का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है। तीनों विधायकों के हावड़ा में गिरफ्तार होने के बाद कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने सरकार गिराने की साजिश में शामिल रहने का आरोप लगाते हुए अरगोड़ा थाना में जीरो प्राथमिकी दर्ज कराई थी।