L19/DHANBAD : तेतुलमारी के धनबाद सेंट जेवियर्स स्कूल तेतुलमारी की छात्रा उषा कुमारी कल यानि 11 जुलाई को आत्महत्या कर ली। इस मामले को लेकर मंगलवार को काफी हो-हंगामा हुआ। शव को स्कूल के सामने रख कर परिजनों व बाउरी समाज के लोगों ने आरोपी शिक्षकों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। तेतुलमारी पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल आरके सिंह व शिक्षिका सिंधु को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। डीएसपी निशा मुर्मू व थानेदार आशीष कुमार यादव द्वारा गिरफ्तारी की सूचना दिये जाने के बाद लोगों ने साढ़े तीन घंटे के बाद सड़क जाम हटाया गया। बाघमारा डीएसपी निशा मुर्मू ने कहा कि मृतका की जेब से मिले सुसाइडल नोट की जांच की जा रही है।
क्या लिखा था सुसाइडल नोट में
सुसाइडल नोट लिखा था कि “मैं धनबाद सेंट जेवियर्स स्कूल, तेतुलमारी की छात्रा हूं। आज स्कूल में एक शिक्षिका ने मुझे सबके सामने थप्पड़ मारा, पूरे स्कूल के बच्चों के सामने मुझे बेइज्जत करके स्कूल से बाहर करवा दिया। बेइज्जती को नहीं सह पा रही हूं, जिसके लिए मैं खुदकुशी कर रही हूं। शिक्षिका का नाम सिंधू मैडम है, प्रधानाध्यापक का नाम आरके सिंह है। मेरी खुदकुशी करने का वजह सिर्फ और सिर्फ सिंधु मिस है। मेरे मरने के बाद सिंधु मैडम पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाये।”
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है। वहीं पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने भी इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की है। आयोग के सदस्य सुनील वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय बाल संरक्षण एवं राज्य बाल संरक्षण आयोग ने मामले को संज्ञान में लिया है। मीडिया रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गयी है। राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम भी मामले की जांच करेगी। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
बाबूलाल मरांडी ने किया ट्वीट
बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करके लिखा की एक समाचार सुनकर दिल दहल गया है। धनबाद के सेंट जेवियर्स स्कूल में पढ़ने वाली 10वीं की छात्रा ने आत्महत्या कर ली है। छात्रा ने अपने यूनिफॉर्म में सुसाइड नोट लिखकर रखा था। खुलासा हुआ है कि छात्रा बिंदी लगाकर स्कूल गई थी, इसे लेकर वहाँ की एक शिक्षिका ने उसे पीटा और अपमानित किया। इससे आहत छात्रा ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। पता नहीं ऐसे विद्यालयों को सनातन प्रतीकों से चिढ़ क्यों है? माननीय मुख्यमंत्री जी, इस मामले पर संज्ञान लीजिए और स्कूल की मान्यता रद्द करने हेतु संबंधित विभाग को पत्र लिखिए।