L19/Ranchi : झारखंड में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने 10 और 11 अप्रैल को राज्य में मॉक ड्रिल किये जाने की सूचना जारी की। इससे पहले रविवार 9 अप्रैल को सभी जिलों के डीसी और सिविल सर्जन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के तहत कोरोना की तैयारियों पर समीक्षा की जायेगी। इस संबंध में शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने 25 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए कोरोना की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी समीक्षा का हिस्सा थे और उन्होंने राज्य में कोरोना के वर्तमान हालात पर चर्चा की। बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य में कोरोना के टीकों का अभाव है। इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से वैक्सीन की मांग की गई है। राज्य में 4 आरटी-पीसीआर लैब आईसीएमआर से मान्यता की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसलिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से लैब को जल्द मान्यता प्राप्त कराने अनुरोध किया गया है, ताकि कोरोना की जांच में तेज़ी लायी जा सके।
कोरोना को लेकर नया एसओपी होगा जारी
बन्ना गुप्ता ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से कई बिंदुओं पर चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि कई राज्यों सहित झारखंड में भी कोरोना के मामले बढ़ोतरी हुई है। कोरोना को लेकर जल्द ही नया एसओपी तैयार किया जाएगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी चर्चा की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य विभाग को बेहतर बनाने की दिशा में काम जारी है। इसके साथ ही उन्होंने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर राज्यवासियों की बेहतर स्वास्थ्य की कामना भी की।
जेनरिक दवाओं पर हुई चर्चा
बन्ना गुप्ता ने लोगों को सस्ती दवाओं के लाभ हेतु जेनरिक दवाओं के लिए बहुत जल्द ड्रग डायरेक्टर के साथ बैठक करने की भी बात कही। इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से ब्लड सेपरेशन मशीन की मांग की गयी है। राज्य के सभी जिलों में इस मशीन को नियुक्त किया जाएगा।
राज्य के 93 विभिन्न सरकारी एवं निजी स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 122 पीएसए प्लांट नियुक्त किये गये हैं। इनमें से पीएम केयर के अंतर्गत 38 पीएसए प्लांट स्थापित किए गए हैं। राज्य के स्टेट रिसोर्स से 39 पीएसए प्लांट, जबकि रेलवे से 4, कोल मिनिस्ट्री से 10 तथा निजी स्रोतों से 31 पीएसए प्लांट स्थापित किए गए हैं। बता दें, वर्तमान में झारखंड में कोरोना के 60 सक्रिय मरीज़ हैं।