L19/RANCHI : राज्य में चिकित्सकों की मांग को देखते हुए मेडिकल प्रोटेक्शन बिल तो तैयार किया गया था। लेकिन विधायकों के विरोध को देखते हुए मामले को प्रवर समिति को भेज गया है। इस प्रकार एक बार फिर मेडिकल प्रोटेक्शन बिल लटकने के कखार मे दिख रहा है। इसके पहले भी इस बिल को लेकर विधानसभा में मुश्किले आ चुकी है। सदन में 23 मार्च को मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट भी आया लेकिन असमर्थन को देखते हुए मुख्यमंत्री के आग्रह पर स्पीकर ने प्रवर समिति को भेज दिया गया है ।जिससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह डॉक्टर और मरीज दोनों से संबंधित विधेयक है।।
उन्होंने कहा कि न्याय सबके साथ होना चाहिए। सरकार इनके पक्ष में है। जितनी परेशानी गरीबों के जान की है उतनी ही चिंता डॉक्टरों के जान की भी होती है। सरकार को सभी के जानमाल की चिंता होती है।
इस बिल को लेकर लगभग 30 संशोधन आये हैं। सभी खंडों में संशोधन किया जाएगा है। जिस के कारण इसकी गंभीरता को देखते हुए उसे प्रवर समिति में भेजा दिया गया है। मुख्यमंत्री के निवेदन पर विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले को प्रवर समिति को भेजने का आदेश दिया गया है।
जिसके पूर्व विधायक बिनोद सिंह, आजसू विधायक लंबोदर महतो, भाजपा विधायक अमित मंडल और अमर बावरी ने उस बिल को प्रवर समिति में भेजने की मांग किया गया था। इन विधायकों ने आशंका जाहिर किया की इस विधेयक के पास होने पर गरीबों को न्याय नहीं मिल पाएगा।