L19 : ग्रामीण विकास विभाग ने टेंडर से जुड़ी कई फाइलें ग़ायब. 2012 से अबतक की टेंडर फाईलों की हो रही है तलाश. टेंडर की फाईलों को खोजने में छूट रहा है पसीना. किस किस को मिला टेंडर नहीं मिल रह लेखा – जोखा. ईडी में माँगा है वीरेन्द्र राम के कार्यकाल में दिये गये टेंडर का ब्योरा.
उधर लगातार तीसरे दिन ग्राम्य अभ्यंत्रण संगठन की तरफ से आधा दर्जन से अधिक ठेके से संबंधित निविदा को रद्द कर दिया. इससे पूर्व वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी के अगले दिन 10 से अधिक पैकेज की निविदा रद्द कर दी गयी थी.
इडी की पूछताछ में पता चला कि 125 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने वाले ग्रामीण कार्य विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम को दो बिल्डरों ने उपहार में लाखों रुपए की कार दी.
ईडी ने मंगलवार को कार देने वाले मेसर्स परमानंद सिंह बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड व मेसर्स राजेश कुमार कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों से पूछताछ की गयी. पूछताछ में पहले दोनों ने पहले इधर-उधर की बातें कह कर इडी के अधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश की.
बाद में बताया कि टेंडर में रिश्वत नहीं देने पर निलंबित चीफ इंजीनियर ने उनकी गाड़ियों को अपने पास रखवा लिया. जब इडी ने पूछा कि आप लोगों ने प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं कराया, तो बिल्डरों ने चुप्पी साध ली. ईडी को सूचना है कि ऊंची दर पर टेंडर लेने के एवज में गिफ्ट दी गई थी.
बिल्डरों के जवाब से ईडी संतुष्ट नहीं है और जल्द ही दोनों को फिर समन करेगी. परमानंद सिंह बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड ने टोयोटा फॉरच्यूनर सिग्मा-4 कार (जेएच-05सीएम-1000) व मेसर्स राजेश कुमार कंस्ट्रक्शन ने इनोवा (जेएच -05सीसी-1000) भेंट की थी.