L19/Ranchi : रिम्स के जूनियर डॉक्टरों के बदसलूकी की एक खबर फिर सामने आई है। बुधवार शाम को जूनियर डॉक्टरों ने एक मरीज के परिजनों के साथ मारपीट की। जानकारी के अनुसार, रिम्स के इमरजेंसी वार्ड में इलाज के लिए आए बसंत यादव नाम के बुजुर्ग के परिजन के साथ 8 से 10 की संख्या में जूनियर डॉक्टरों ने मारपीट की। परिजनों ने बताया कि वृद्ध बसंत यादव को पिछले कई दिनों से बुखार है जिसके कारण वह अचेत अवस्था था, जिसके बाद परिजनों ने उसे रिम्स के इमरजेंसी में इलाज के लिए लाया।
वहां भर्ती के बाद उस वक्त ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने मरीज की एबीजी जांच के लिए कहा। जिसके बाद मरीज के परिजन काउंटर नंबर पर चले गए, लेकिन वहां तैनात महिला चिकित्सक ने उन्हें फोटोकॉपी कराने को कहा, उसने कहा कि एक पेपर की 100 जेरॉक्स कराकर लाए। भारी बारिश की वजह से परिजनों ने फोटोकॉपी कराने की बात पर असमर्थता जताई। परिजनों ने चिकित्सक से गुहार लगाई कि मरीज का इलाज कर दी जाये। परिजनों की इलाज कराने की गुहार पर चिकित्सक ने उन्हें डांटना शुरू कर दिया इसपर परिजन वीडियो बनाने लगे इसी बीच डॉक्टर और भड़क गए और मामला तूल पकड़ने लगा।
परिजन राजेश यादव ने डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए बताया कि कुछ देर बाद 8-10 जूनियर डॉक्टरों ने ट्रॉमा सेंटर के एक कमरे में भाई मुकेश को बंद कर उसके साथ मारपीट की। डॉक्टरों के मारपीट से उसका हाथ टूट गया है। अस्पताल में इस मामले के बाद परिजन बरियातु थाना पहुंचे जहां उन्होंने डॉक्टरों के खिलाफ लिखित शिकायत की। वहीं मामले में सफाई देते हुए रिम्स पीआरओ डॉ राजीव रंजन ने कहा कि किसी बात को लेकर मरीज के परिजनों के साथ गलतफहमी हो गई थी। दोनों ओर से झगड़ा हुआ, लेकिन मरीज को निकालने और इलाज नहीं करने की बात गलत है। मरीज को परिजन खुद ही अस्पताल से लेकर चले गये।