L19 DESK : हजारीबाग के पूर्व एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी की हत्या या आत्महत्या में अब एक और नया खुलासा हुआ है. नए खुलासे पर बात करेंगे लेकिन बात पहले इस मामले की लेटेस्ट अपडेट पर कर लेते हैं. नया अपडेट यह है कि अनुसंधान कर रही पुलिस ने 30 से अधिक गवाहों के बयान दर्ज कर लिए हैं. जिसमें एसडीओ के परिवार, रिश्तेदार, मृतका अनीता के रिश्तेदार, एसडीओ के दोस्त, सरकारी बंगले में काम करने वाले कुक से लेकर सुरक्षा गार्ड. इसके अलावा मृतका और एसडीओ के दोनों बच्चों के भी बयान दर्ज किए गए हैं. बच्चों ने अपने बयान में कहा है कि मां-पापा में लड़ाईयां होती थी. वहीं, मृतका अनिता की भाभी बीणा देवी और बहन गीता ने अशोक की अफेयर पर खुलासा किया है. पुलिस ने कुल 36 पेज की केस डायरी कोर्ट को उपलब्ध करा दी है। उस केस डायरी में और क्या-क्या खुलासे हुए हैं सब पर बात करेंगे.
देखिए हजारीबाग के पूर्व एसडीओ अशोक कुमार के सरकारी आवास में उनकी पत्नी के जलकर मरने की घटना के अनुसंधान में 30 से अधिक गवाहों का बयान पुलिस ने दर्ज कर लिया है. सभी के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने यह निष्कर्ष पाया कि पूर्व एसडीओ अशोक कुमार का किसी महिला के साथ अफेयर था, जिसके कारण दोनों पति-पत्नी में अक्सर विवाद होता रहता था. इस विवाद में अशोक कुमार के पक्ष से उनके पिता दुर्योधन साव और अन्य परिवार का खड़ा हो जाना शामिल है. पुलिस ने एसडीओ और मतका के परिवार और रिश्तेदारों से बात की, एसडीओ के मित्र और उनके आवास पर काम करने वाले सुरक्षा गार्ड से लेकर कुक तक के बयान दर्ज किए गए. जिसके बाद पुलिस ने 36 पेज की केस डायरी कोर्ट को उपलब्ध करा दी है.
वहीं, अनुसंधान में पुलिस ने पाया कि मृतका के साथ आग जली की घटना एसडीओ आवास के पीछे स्टोर रूम के दरवाजे के पास घटी थी. वहीं, से एक लीटर तारपीन तेल की खाली बोतल, माचिस और अनीता के जले हुए कपड़े बरामद हुए थे. घटनास्थल से बरामद सभी साक्ष्यों को जांच के लिए एफएसएल यानी फ़ोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी भेज दिया गया है.
बहरहाल, अब हम जिस नए अपडेट की बात वीडियो की शुरुआत में कर रहे थे. वो यह है कि एसडीओ आवास में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्डिंग 16 अगस्त, 2024 से ही नहीं हो रही थी. यानी घटना के चार महीने पहले से. ऐसे में पुलिस के साथ-साथ आमलोगों के दिमाग में भी सवाल चल रहा है कि आखिर यह रिकॉर्डिंग क्यों बंद थी या फिर किसी योजना के तहत इसे बंद किया गया था ?
पुलिस की जांच रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि मृतका अनीता कुमारी के शरीर में धधकती आग को कंबल से गेट पर तैनात गृह रक्षक जमुना महतो ने बुझाया था. आग बुझाने के दौरान अनीता, जमुना से कह रही थी मैं नहीं बचूंगी, मेरा बाबू से मिलवा दो. यानी वह अपने बच्चों से मिलने की बात कर रही थी. यही सेम बात को एसडीओ आवास में पदस्थापित आरक्षी बालमुकुंद, चालक रोहित व सन्नी और बॉडीगार्ड सुरेन्द्र ने भी दोहराया.
इसके अलावा मृतका की भाभी बीणा देवी और बहन गीता ने अपने बयान में अशोक अवैध संबंध का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि अनीता की शादी, अशोक से साल 2011 में हुई थी. उस दौरान अशोक रोजगार सेवक था. इसके बाद अशोक ने फोर्थ जेपीएससी निकाला और उसकी पोस्टिंग सीओ के पद पर सदर अंचल गिरिडीह में हुई थी. उसी दौरान, वहां के एस महिला कर्मी से अशोक का अफेयर शुरू हुआ. जब इसकी जानकारी अनीता को लगी तो इसका विरोध अनीता ने किया तब अशोक, अनीता के साथ मारपीट और प्रताड़ना शुरू कर दिया और इसका अंत अनीता की मौत से हुआ. इधर, पुलिस एसडीओ का पूरे एक साल का सीडीआर यानी कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकालने की तैयारी में है.
वहीं, जब CWC यानी Child Welfare Commitee की पायल सिन्हा और मुन्ना पांडेय ने एसडीओ के पुत्र किसलय उर्फ टिटू और उनकी बेटी आरोही उर्फ लाडो का भी बयान दर्ज किया है. बच्चों ने बताया है कि घटना के वक्त वे कमरे में मां के बेड पर सोए हुए थे. अचानक मम्मी का चिल्लाने की आवाज आई. बाहर निकला तो देखा की मम्मी जल रही है. पहले भी मम्मी-पापा में कई बातों को लेकर लड़ाई झगड़ा होता रहता था और घटना की रात भी मम्मी पापा में लड़ाई हुई थी. अब देखना है कि कोर्ट रिपोर्ट पर क्या फैसला सुनाता है.