L19 DESK : राजधानी रांची में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन-दहाड़े गोली मार कर हत्या करने समेत अन्य घटनाओं को अपराधी आसानी से अंजाम दे रहे हैं। बताते चलें कि एक सप्ताह पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पुलिस के वरीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा था कि राज्य में विधि व्यवस्था हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अपराध नियंत्रण में किसी भी प्रकार की कोताही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस के समक्ष आ रही नई चुनौतियों से निपटने में किसी तरह की लापरवाही ना बरतें। उन्होंने कहा कि अपराधिक कितना भी बड़ा क्यों ना हो, अपराधियों पर किसी भी बड़े समूह का आश्रय क्यों ना हो, पुलिस बिना किसी दबाव के कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। किसी भी हाल में राज्य में अपराध का ग्राफ ऊपर नहीं जाना चाहिए। पर सीएम की बैठक के महज चार-पांच दिन बाद ही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सुभाष मुंडा की अपराधकर्मियों ने कार्यालय में ही हत्या कर दी। सिर्फ जुलाई 2023 की ही बात करें, तो अब तक तीन बड़ी घटनाएं घटी हैं, जिसने पुलिस-प्रशासन से लेकर सरकारी महकमे को हिला कर रख दिया है। पुलिस की कार्यशैली पर भी अब सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि जिस तरह से अपराधी बेलगाम होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वह पुलिस के लिए चुनौती भी है। पुलिस का अपना खुफिया तंत्र क्या कमजोर हो गया है कि अपराधियों के इरादे उन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। या यह है कि अपराधियों के मंसूबों पर थाना स्तर पर ही कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे राजधानी रांची में ही जहां विधायक, झारखंड हाईकोर्ट के बड़े न्यायाधीश, मंत्री, नेता गन, मुख्यमंत्री, सभी आइएएस अधिकारी, पुलिस महकमे के प्रमुख डीजीपी, एडीजीपी, रांची शहर के 10 से अधिक डीएसपी और अन्य अपराध पर काबू नहीं कर पा रहे हैं।
जुलाई माह की आपराधिक घटनाएं, जो सिर्फ रांची में घटी
पांच जुलाई को राजधानी रांची के उपहार सिनेमा के पास जमीन कारोबारी कमल भूषण के अकाउंटेंट संजय कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। 2022 में कमल भूषण की हत्या इसी जगह पर हुई थी। अपराधियों ने बाइक सवार एक युवक की हत्या कर दी है, जो कमल भूषण हत्याकांड मामले का गवाह था। यह कमल भूषण के सभी तरह के लेखे-जोखे का हिसाब रखता था। इस हत्याकांड में छोटू कुजूर नामक अपराधी का नाम आया था। पुलिस अभी मामले में छानबीन ही कर रही है।
दो दिन बाद यानी सात जुलाई को कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता को सुबह 9.30 बजे अपराधियों ने गोली मारी थी। उनके पैर में गोली लगी थी। इस घटना को अमन साव गैंगस्टर के लोगों ने अंजाम दिया था। अभी कोयला कारोबारी का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जुलाई महीने में सबसे चौंकानेवाली घटना रामगढ़ जिले में घटी। एटीएस डीएसपी नीरज कुमार को चंदन साव नामक अपराधी ने गोली मारी थी। 17 जुलाई 2023 को रात के आठ बज कर 30 मिनट पर अमन साव गिरोह के सदस्यों ने डीएसपी औऱ रजरप्पा के थानेदार को गोली मारी थी। ये दोनों पुलिस कर्मी अमन साव गिरोह के चंदन साव को गिरफ्तार करने गये थे। डीएसपी के पेट में अपराधियों ने गोली मारी थी।
चौथी घटना बीती रात यानी 26 जुलाई को घटी, जिसमें माकपा नेता सुभाष मुंडा की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी। बाइक से आये अपराधियों ने इनके दलादिली स्थित कार्यालय में ताबड़तोड़ गोलियां चलायी, जिससे उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी। इस घटना में भी अपराधी छोटू कुजूर का नाम सामने आ रहा है।