L19/DESK : देश की राजनीति के लिए मंगलवार का दिन काफी अहम था क्यूंकि एक तरफ जहां पक्ष-विपक्ष ने एक दूसरे को अपनी ताकतों का अहसास कराया तो वही, दूसरी ओर दो लोगों के बीच की दूरियां कम होती दिखाई दीं। दरअसल, भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की बैठक में अन्य दलों के साथ लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के दोनों ही धड़े यानी चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस शामिल हुए थे। बैठक के दौरान जब चिराग पासवान ने चाचा पारस को देखा तो तुरंत उनके पैर छू लिए वहीं, चाचा ने भी अपने भतीजे को गले लगा लिया। यह दृश्य देख रहे सभी नेताओं के चेहरे पर भी खुशी दिखाई।
ज्ञात हो कि, रामविलास पासवान के निधन के बाद से ही चाचा और भतीजे में पार्टी को लेकर अनबन शुरू हो गई थी। पशुपति पारस पहले ही साफ कह चुके हैं कि वह भतीजे चिराग की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की पार्टी के साथ लोक जनशक्ति पार्टी का विलय नहीं करेंगे। हालांकि, चिराग ने पैर ऐसे समय छुए हैं, जब दोनों ही नेता हाजीपुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर अपने-अपने दावे कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही पशुपति ने कहा था कि चिराग का हाजिपुर में कोई अस्तित्व नहीं है, पता नहीं वह वहां क्यों अपना समय खराब कर रहे हैं। ऐसे में, अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या दोनों नेताओं के बीच सुलह हो पाएगा। गौरतलब है, बेंगलुरु में कल विपक्ष ने बैठक कर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का एजेंडा तय किया तो दूसरी तरफ 39 दलों के साथ NDA ने भी विपक्ष को टक्कर देने का संदेश दिया। इस बीच, चिराग पासवान ने चाचा का ही दिल नहीं जीता बल्कि पीएम मोदी ने भी उन्हें गले लगाया।