L19 Ranchi: राजेंद्र आर्युविज्ञान संस्थान (रिम्स) में सोमवार को एक जटिल आपरेशन किया गया। सीटीवीएस और एनेस्थेसिया विभाग की टीम की ओर से सोमवार को जटिल अवेक कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्टिंग (अवेक सीएबीजी) सर्जरी की गई। 57 वर्षीय महिला कुरैशा खातून के हृदय रोग की समस्या लंबे अंतराल से थी।
जांच में पता चला कि उसके कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज है। इसे ठीक करने और दिल की धमनियों में रुकावट को दूरे करने के लिए बाईपास जरूरी है। सभी तरह की जांच के बाद डॉ. विनित महाजन ने बाइपास सर्जरी की योजना बनायी और सुपर स्पेशियलिटी एनेस्थेसिया के डॉ. शिवप्रिये के साथ मिलकर इस सर्जरी को पूरा किया गया।
इस ऑपरेशन में खास यह रहा कि मरीज को बगैर बेहोश किए उसके हार्ट की बाइपास सर्जरी की गयी। हृदय में बाईपास ग्राफ्टिंग के दौरान वह पूरी तरह से होश में थी। ऑपरेशन के दौरान वह सामान्य वार्तालाप भी कर रही थी। यह ऑपरेशन लगभग 2-3 घंटे तक चला।
डॉ. विनित महाजन ने बताया कि यह अवेक ऑपरेशन पिछले 10 वर्षों में देश भर में कहीं भी नहीं हुआ है। उनका लक्ष्य है कि रिम्स में इस तरह की सर्जरी रुटीन तौर पर हो। और संस्थान की पहचान सिर्फ राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लगातार बढ़ती रहे। उन्होंने बताया कि होश में मरीज को रखते हुए हार्ट की सीएबीजी सर्जरी करना बहुत की जटिल ऑपरेशन होता है और उत्तर पूर्व भारत में इस तरह का ऑपरेशन सामान्य तौर पर नहीं होता है। रिम्स के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।