L19/Dumka : दुमका के रानेश्वर प्रखण्ड के टोंगरा थाना क्षेत्र स्थित बेलकांदी गांव से एक निजी मकान के तोड़ने के दौरान ज़मीन के नीचे से 3 घड़े चांदी के सिक्के बरामद किये गये हैं। यह अब पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गया है। चांदी के ये सिक्के ब्रिटिश काल के बताए जा रहे हैं, जिसमें ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया का चित्र अंकित है। चांदी के सिक्के वर्ष 1835-1840 और 1865 तक के बताये जा रहे हैं। कहा जाता है, भारत मे चांदी के सिक्कों का प्रचलन 100 वर्षों तक रहा, मगर ब्रिटिश काल के दौरान करीब सन् 1911 में इसपर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उस वक्त, अंग्रेजी हुकूमत में रुपयों में रानी विक्टोरिया का चित्र अंकित हुआ करता था।
दरअसल, रानेश्वर प्रखण्ड के बेलकांदी गांव में जिस घर से चांदी के सैकड़ों सिक्के पीतल के घड़े में बरामद हुए हैं, वह घर करीब 200 साल पुराना है। यह घर समीरन साहा के नाम पर है। जब घर के मालिक ने जेसीबी लगाकर घर को तोड़ा, उसी दौरान घर के नीचे से घड़े में चांदी के सिक्के बरामद किये गये थे। इसके बाद यह विषय गांव में चर्चित हो गया। गाँव वाले भी कई चांदी के सिक्के लेकर गये। अब सिक्कों के मिलने पर घर को तोड़ना बंद कर दिया गया है।
गांव वालों का कहना है कि घर काफी पुराना है और घर वालों के पूर्वज ज़मींदार थे। उन्होंने ही चांदी के सिक्के घर के अंदर रखे होंगे, जो आज खुदाई के दौरान बरामद किये गये। उधर, जिला प्रशासन को इसकी खबर मिल चुकी है। मगर कोई भी प्रखण्ड अधिकारी इस विषय पर बोलने को तैयार नहीं है। यदि घर की प्रशासनिक तरीके से जांच करायी जाए, तो और भी कई कीमती सामान मिलने की उम्मीद जताई जा सकती है। प्रशासन के स्तर से अभी तक इस मामले पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
गौरतलब है, देश के कई जगहों से ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें पुरातत्विक सोने और चांदी के सिक्के बरामद हुए हैं। इन मामलों पर जांच भी की जा चुकी है।
रिपोर्ट : बिनोद त्रिवेदी