L19 DESK : आदिवासी छात्र संघ एवं ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन के द्वारा डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (DSPMU) में तालाबंदी किया गया. यह तालाबंदी दोनों संगठनों ने मिलकर 9 बजे सुबह से लेकर शाम 7 बजे तक किया, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन का कोई भी इनसे मिलने तक नहीं आया. इससे साफ जाहिर होता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन विद्या के मंदिर जैसे विश्वविद्यालय को धार्मिक अखाड़ा बनाने में सहयोग कर रही है और संगठनों के द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन को अनदेखी कर गुंडाराज स्थापित करना चाहती हैं.
विश्वविद्यालय परिसर को इस विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए बनाया गया है. किसी गैर-संगठन के लिए नहीं है अगर विश्वविद्यालय के छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन से किसी भी गतिविधि को करने के लिए परमिशन लेते हैं उन्हें परमिशन नहीं दिया जाता है और बाहरी संगठनों को विश्वविद्यालय परमिशन देकर विश्वविद्यालय में किसी एक विशेष धर्म को बढ़ावा देने का काम कर रही है. जिसका आदिवासी छात्र संघ विरोध कर विश्वविद्यालय में तालाबंदी किया और इस पर कॉलेज प्रशासन किसी भी तरह की बयानबाजी नहीं की एवं छात्र संघ की बातों को अनदेखी की.
ऐसे में आदिवासी छात्र संघ ने निर्णय लिया है कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन इस तरह की गंभीर समस्याओं का समाधान नहीं किया तो विश्वविद्यालय को अनिश्चितकाल तक बंद करेगी. मौके पर आदिवासी छात्र संघ के अध्यक्ष अमृत मुंडा, दीपिका कच्छप, सोनम लकड़ा अभिषेक राज, सुनील सोरेन, बादल भोक्ता, वसीम अंसारी, सोनू ताती, रंजन महतो, अमृत टोप्पो रिकी राज, सुभाष मुंडा, और इनका साथ देने के लिए ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) से विजय कुमार, संजना मेहता, अनुराग कुमार,राहुल मंडल, छुटूराम महतो,निखिल कुमार, सत्यप्रकाश कुमार, अमन पांडे आदि छात्रों ने मिलकर विरोध प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय में तालाबंदी किया.