L-19 DESK: कल्पना सोरेन, वो नाम जिसे कुछ महीने पहले तक झारखंड के सोशल मीडिया पर कल्पना या हकीकत तक में ही सीमीत करके रख दिया गया था. वो हेमंत सोरेन के जेल जाने और झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 के नतीजों के बाद किसी हकीकत से कम नहीं लग रही हैं. हेमंत के जेल जाने के बाद राजनीति में प्रवेश करने वाली कल्पना सोरेन महज कुछ ही महीनों में, झारखंड की राजनीति का चेहरा बन गई हैं, जिसे लोग सुनना और देखना बेहद पसंद करने लगे हैं. आज हम उसी कल्पना सोरेन के बारे में बात करेंगे जो कुछ महीने पहले तक झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी के नाम से जानी जाती थी लेकिन अब उनकी, इससे अलग भी एक पहचान है. पहचान गांडेय विधानसभा से विधायक के तौर पर, पहचान अच्छे लीडर के तौर पर, पहचान एक युवा, सस्कत नेत्री और बड़े आदिवासी नेता के चेहरे के तौर पर.
हम लोकतंत्र-19 के जरिए लगातार सभी नवनिर्चित विधायकों और मंत्रियों की जानकारी आपके साथ साझा कर रहे हैं आज उसी कड़ी में हम बात कल्पना सोरेन की करेंगे. कल्पना पर बात करना आज इसलिए भी बेहद जरूरी हो जाता है क्योंकि ADR यानी Association for Democratic Reforms की एक रिपोर्ट ने राज्य के सभी विधायकों की संपत्ति से जुड़ी एक रिपोर्ट जारी की है.
इस रिपोर्ट में बताया गया कि साल 2019 से 2024 के दौरान, विधायक रहे, नेताओं की संपत्ति में कितना इजाफा हुआ है और किसकी संपत्ति कम हुई है. इस रिपोर्ट के अनुसार राज्य के 81 विधायकों में जिस विधायक की संपत्ति में सबसे कम इजाफा हुआ है, उनका नाम है कल्पना सोरेन. आपको बता दें कि कल्पना सोरेन, पहली बार चुनावी राजनीति में इसी साल आई थी. हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उन्हें गांडेय विधायसभा सीट से उप-चुनाव लड़ाया गया और चुनाव जीतकर वो पहली बार विधानसभा पहुंची. इसके बाद से ही वो लगातार इंडिया गठबंधन और अपनी पार्टी, झामुमो के प्रचार-प्रसार में लग गई थी.
गौरतलब, है कि जहां राज्य कई विधायकों की संपत्ति में इस दौरान हजारों प्रतिशत में बढ़तोरी हुई है. वहीं, कल्पना सोरेन की संपत्ति महज एक प्रतिशत बढ़ी है. हालांकि, कल्पना का कार्यकाल महज छह से आठ महीने का ही रहा था. कल्पना, झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 में भी गांडेय विधानसभा सीट से चुनाव लड़ी और जीतकर विधानसभा पहुंची हैं. कल्पना ने भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार मुनिया देवी को 17 हजार 142 वोट से मात देकर विजयी हुई. भाजपा की मुनिया देवी को 1 लाख 2 हजार 230 वोट मिले थे. वहीं, जेएमएम की टिकट पर चुनाव लड़ रही कल्पना सोरेन को 1 लाख 19 हजार 372 वोट मिले थे.
खैर, ये तो हुई उन विधायकों की बात जिनकी संपत्ति में इजाफा हुआ था, इस लिस्ट में दो ऐसे भी नेताओं के नाम शामिल हैं जिनकी संपत्ति में इजाफा तो नहीं हुआ लेकिन गिरावट जरूर आई. ADR की रिपोर्ट के अनुसार इस सूची में बीजेपी और जेएमएम के एक-एक विधायक के नाम शामिल हैं. धनबाद से भाजपा विधायक राज सिन्हा की संपत्ति में चार फीसदी की कमी आई है तो वहीं, जेएमएम विधायक और मंत्री हफीजूल हसन की संपत्ति में 16 फीसदी तक की गिरावट आई है.