L19/नावाडीह (बोकारो): दसवीं की परीक्षा देकर लौट रहे छात्र की स्कूल बस से गिर कर मौत स्कूल बस से गिर कर नावाडीह प्रखंड के खरपीटो निवासी नवीन कुमार महतो नामक (16 वर्ष) छात्र की मौत हो गई। सरायढेला में गोल बिल्डिंग के पास शनिवार दोपहर लगभग तीन बजे यह घटना हुई। नवीन बाइपास रोड ढांगी स्थित महर्षि में हीं विद्यापीठ का छात्र था और वहीं हॉस्टल में रहता था।
सीबीएसई 10वीं की परीक्षा देकर विशुनपुर स्थित द्वारिका मेमोरियल से हॉस्टल लौट रहा था। इसी दौरान घटना घटी, घटना के बाद छात्र को इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच ले जाया गया। वहां इमरजेंसी में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना छात्र के घरवालों को दे दी गई है। घटना के खबर सुनते हीं घरवालों का हुआ बुरा हाल।
घर वालों ने बताया कि बताया की नवीन सीबीएसई 10वीं की परीक्षा दे रहा था। उसका सेंटर द्वारिका मेमोरियल में पड़ा था। नवीन के दोस्तों ने बताया की परीक्षा देकर स्कूल बस से हम सब हॉस्टल लौट रहें थे। नवीन बस के सबसे पिछले सीट में बैठा था, रास्ते में कॉलोनी मोड़ के पास बस से कुछ शिक्षक उतरे। शिक्षक को उतरने के बाद नवीन आगे की सीट पर बैठने के लिए पीछे से आगे की ओर आये। इसी दौरान नवीन सबसे आगे की सीट पर बैठा।
खलासी उठकर केबिन से पानी की बोतल लेने लगा और नवीन उसके बगल में खड़ा हो गया। बस आगे बढ़ी। तभी गोल बिल्डिंग स्थित टीवीएस शोरूम के पास अचानक बस चालक ने ब्रेक लगाया। ब्रेक लगने के कारण झटके से नवीन गेट के बाहर गिर गया। उसके सिर में चोट आई थी। इसके बाद बस में सवार अन्य हम सभी छात्र उसे लेकर प्रगति नर्सिंग होम पहुंचे। वहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए असर्फी रेफर कर दिया गया। असर्फी से उसे एसएनएमएमसीएच भेज दिया गया।
नवीन को एसएनएमएमसीएच के इमरजेंसी लाया गया। यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद घटना की सूचना परिजनों को दी गई। सूचना पाकर धनबाद पहुंचे परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था।
इमरजेंसी में अफरातफरी
हादसे के बाद नवीन के साथ हम सब सहपाठी और स्कूल के शिक्षक इमरजेंसी पहुंचे। फोन पर स्कूल प्रबंधन को जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही स्कूल के कई शिक्षक समेत अन्य लोग इमरजेंसी आए। थोड़ी देर में मृतक छात्र के घरवाले भी इमरजेंसी पहुंच गए। नवीन का परिवार वालों रोने की आवाज से पूरा इमरजेंसी दहल उठा। कुछ देर में इमरजेंसी वार्ड पर भीड़ लग गई और अफरातफरी का माहौल बन गया। समझा बुझाकर लोगों को शांत कराया गया। शिक्षक का कहना है कि इस नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती है। नवीन पढ़ाई में काफी होशियार था।