L19/Giridih : गांवा थाना इलाके में एक महिला ने मां की ममता को मारते हुए अपनी दुधमुंही बच्ची को जिन्दा ही कुआं में डाल दिया। बच्ची को कुआं से निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी। वैसे घटना की जानकारी मिलने के बाद गांवा पुलिस ने शव को जब्त कर लिया है जबकि महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना गावां थाना क्षेत्र के तराई गांव की है। बताया जा रहा है कि जन्म देने वाली महिला अपने बच्ची के साथ अकेली रहती थी। तराई गांव निवासी पति अनुज यादव दिल्ली में काम करता है। उसकी मां, पत्नी पपला देवी व दुधमुंही बच्ची तराई में ही रहती थी। कुछ दिनों पूर्व अनुज की मां की मौत हो गई। इस घटना के बाद अनुज की पत्नी और सात माह की बेटी घर में बच गई थी।
बुधवार की सुबह पपला देवी पैदल ही अपने मायके (इसी थाना क्षेत्र के सीरी गांव) जा रही थी। रास्ते में रिश्तेदार ने उसे अकेले जाता देखा तो उससे पूछा कि बेटी कहां है। इसपर महिला ने कहा कि बेटी को कुआं में फेंक दिया है। इसपर लोगों ने महिला को पकड़ लिया और मामले से गावां थाना प्रभारी सन्नी सुप्रभात को अवगत करवाया। पुलिस पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से बच्ची के शव को कुएं से निकाला गया। शव को कब्जे में लेते हुए महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला का पति दिल्ली में काम करता है उसे सूचित किया गया है। जानकारी के अनुसार महिला ने गरीबी के कारण अपनी दुधमुही बच्ची को कुंए में फेंका, क्योंकि उसका पति दिल्ली में रहते हुए भी पैसे नहीं भेजता था। लिहाजा, इसी बात को लेकर महिला ने गुस्से में अपनी बच्ची को कुंए में डाला। जिसे बच्ची की मौत हो गई।