L19/Ranchi : सरकार एक तरफ अपने विद्यालयों को चमकाने में लगा है और उसके विकास के लिए सरकार पैसे भी खर्च कर रही है वही इसके विकास कार्य में लगे सरकारी मद का दुरुपयोग कैसे किया जाता है उसकी हकीकत विद्यालय की दशा खुद बयां कर देती है मगर कागजों पर विकास कार्य का बिल वाउचर दिखा दिया जाता है आपको बता दें ऐसा ही एक मामला बोकारो के जरीडीह प्रखंड में स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय जारीडीह प्रकाश में आया है।
जहां स्कूल की वस्तु स्थिति से अवगत होने के बाद अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ज्योति खलखो ने स्कूल की प्रिंसिपल मैडम रचना भगत को फटकार लगाई जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने स्कूल में मॉनिटरिंग के दौरान काफी गड़बड़ियां पाई है जिसमें उन्होंने स्कूल की बत्तर हालात पर स्कूल की प्रिंसिपल पर बिफर पड़ी उन्होंने बताया कि स्कूल में लाइब्रेरी की बुरी हालत है और उसे अब तक सुचारू नहीं किया जा सका जबकि उसके मद की रासी कब का रिलीज कर दिया गया टॉयलेट तथा स्कूल परिसर मैं गंदगी भरी पड़ी है।
यहां तक की स्कूल के क्लास रूम में बिजली के बोर्ड लगे हुए हैं फिर भी किसी भी कमरे में अभी तक पंखे नहीं लगे नाही लाइट की व्यवस्था है बच्चे भरी गर्मी में बिना पंखे के ही स्कूल में ही पढ़ाई कर रहे हैं साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है वही स्कूल का बाउंड्री वॉल नहीं होने से आसपास के असामाजिक तत्वों के लोग शाम होने के बाद स्कूल के ऊपरी तले में नशा आदि का सेवन करते हैं और नशेड़ीओ का जमावड़ा लगा रहता है जिससे चारों तरफ गंदगी और कूड़ा फैला हुआ है हालाकी बाउंड्री वॉल के लिए उन्होंने कहा कि बाउंड्री वॉल के लिए विभाग की तरफ से कोई प्रावधान नहीं है वही स्कूल के विकास कार्य के लिए मिलने वाले सरकारी मद का सदुपयोग भी नहीं किया गया है।
उन्होंने इसकी रिपोर्ट ऊपर पदाधिकारी को दिए जाने की बात कही है। वही जब प्रिंसिपल पर लगे इन आरोपों को संबंध में पूछा गया तो उन्होंने इस पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया जबकि इससे पहले भी स्कूल के विकास योजना में अनियमितता की शिकायत यहां के स्थानीय मुखिया व कालस्टर के लोगों ने भी की थी उन्होंने प्रिंसिपल मैडम को मनमानी करने का भी आरोप लगाया है उनके मुताबिक दिनों दिन स्कूल के शिक्षा व्यवस्था भी बदतर होती जा रही है जिसका कारण स्कूल के विकास में अनियमितता प्रिंसिपल मैडम की ज्यादातर कम उपस्थिति व सही तरीके से बच्चों के पठन-पाठन पर ध्यान नहीं देना बता रहे हैं।