L19/DESK : झारखंड अलग राज्य बनने के दो साल बाद राज्य का सबसे बड़ा आंदोलन स्थानीय नीति को लेकर 2002 में लड़ा गया था। यह आंदोलन तेज़ी से पूरे राज्य में फ़ेल गया था और जगह जगह लोग सड़कों पर निकलकर आंदोलन कर रहे थे। इसी कड़ी में राजधानी रांची के मेकोन में आंदोलन कर रहे लोगों पर पुलिस की गोलीबारी के दौरान आज ही के दिन ज्ञात 24 जुलाई 2002 को तीन आदिवासी भाई कैलाश कुजूर, विनय तिग्गा और संतोष कुंकल की मौत हो गई थी। आज 21वीं पुण्यतिथि पर पूरा झारखंड इन शहीदों को शत शत नमन और श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।