L19/Bokaro : बोकारो थर्मल को पावर प्लांट से ही नहीं जाना जाता है। यहां कई ऐसे देवी-देवताओं का मंदिर है। उन मंदिरों के प्रति आस्था भी है। यूं कहें कि एक से एक मंदिरों के होने से भी धार्मिक क्षेत्र में बोकारो थर्मल की अलग पहचान बनती जा रही है। मंदिरों के प्रति आस्था इस कदर है कि रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और मंदिरों में मत्था टेकते हैं एवं मनोकामना पूरी होने पर भगवान के शरण में शीश झुकाते हैं। बोकारो थर्मल क्षेत्र में यूं तो कई मंदिरें हैं। उनमें से प्रमुख मंदिरों की बात की जाए तो मस्तुल पहाड़ी शिव मंदिर, हनुमान मंदिर, राम-लक्ष्मण-पार्वती मंदिर, वैष्णव देवी मंदिर, शनिदेव मंदिर, पंच मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर आदि प्रमुख है। बोकारो थर्मल के अबतक के मंदिरों में सबसे कीमती हनुमान व राम-सीता-लक्ष्मण मंदिर का निर्माण में हुआ है। 80 से 85 फीट ऊंचे मंदिर का निर्माण किया गया है। जो लाखों की लागत से बना है।
सावन में जलाभिषेक को लेकर श्रद्वालुओं में उमड़ी है भीड़ः डीवीसी निदेशक भवन के समीप मस्तुल पहाड़ी स्थित शिव मंदिर के प्रति लोगों में गजब की आस्था है। प्राकृतिक रूप से मस्तुल पहाड़ी चारों और से बेल के पौधा से सजा है। 600 मीटर ऊंचा मस्तुल पहाड़ी पर बिराजमान शिव मंदिर है। यह मंदिर गोविंदपुर निवासी डीवीसी रिटाइड कर्मी बेनी महतो ने बनाया है। इनका समाधि स्थल पहाड़ी के तरायी पर बनायी गयी है। सावन पूर्णिमा और शिवरात्रि में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
पंच मंदिर में शादी-विवाह के लिए प्रसिद्वः बोकारो थर्मल के सिक्स यूनिट स्थित पंच मंदिर शादी-विवाह के लिए प्रसिद्व है। पूजा-अर्चना के साथ यह मंदिर सुखमय दांम्पत्य जीवन के लिए जाना जाने लगा है। लोगों का मानना है कि यहां विवाह रचाने से दांम्पत्य जीवन सुखमय व्यतीत होता है। परिणामस्वरूप यहां प्रत्येक साल हजारों जोड़े भगवान शिव को साक्षी मानकर परिणय सूत्र में बंधते हैं।
गोविंदपुर में द्वारसेनी बाबा का मंदिरः द्वारसेनी मंदिर के प्रति आस्था ऐसी है कि यहां दूसरे जगहों से भी लोग पूजा- अर्चना करने आते हैं। इस मंदिर की सबसे बड़ी बात यह है कि यहां के पुजारी गैर ब्राह्मण हैं। साथ ही यहां चढ़ाए जानेवाले प्रसाद चाहे नारियल, ईलायची दाना या फिर भेडा़ व मुर्गा की दी जानेवाली बलि रुपी प्रसाद हो उसे आसपास में हीं खाकर खत्म करना है। कहने का मतलब है कि प्रसाद को घर नहीं ले जाने का प्रावधान है।
पत्रकार – रामचन्द्र अंजाना (बोकारो थर्मल)