L19 : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने 2024 लोकसभा चुनाव में 60 प्रतिशत लोगों तक पहुंचने की रणनीति बनायी है । इस कार्ययोजना को आधारभूत देने के लिए बैठकें और योजना तैयार की कर ली गई है । आरएसएस के दावों के अनुसार अब तक विधानसभा चुनावों में 30-35 प्रतिशत और लोकसभा चुनावों में 40-45 प्रतिशत लोग भाजपा के पक्ष में वोट देते रहे हैं और अब इसे बढ़ा कर 50 और 60 फीसदी तक करने का लक्ष्य बनाया गया है । संघ ने अपने विभिन्न अनुषांगिक संगठनों के साथ शारदा ग्लोबल स्कूल में तीन दिवसीय आवासीय मंथन किया । इसमें भाजपा और उससे जुड़े संगठनों के करीब 200 पदधारियों ने हिस्सा लिया और धार्मिक क्षेत्रों में काम करने वाले संगठनों को छोड़ सेवा क्षेत्र में काम करनेवाले सभी संगठनों को निर्देश दिया गया कि वे हर वर्ग, धर्म और क्षेत्र में सेवा कार्यों को तेज करें । मुस्लिम और ईसाई समुदाय के बीच भी सेवा कार्य के विस्तार की योजना बनी । सभी संगठनों से उनके कार्यों की जानकारी ली गई । सभी अनुषंगी इकाईयों से यह पूछा गया कि उनके कार्यों से समाज में क्या परिवर्तन आ रहा है । संघ ने साफ तौर पर कहा कि हमें व्यक्ति या संगठन को नहीं, समाज को बड़ा और सशक्त करना है. समूह सर्वोपरि है, व्यक्ति नहीं । संघ के शताब्दी वर्ष में स्वयंसेवकों की सक्रियता बढ़ाने तथा समाज की सुषुप्त शक्ति, सज्जन शक्ति, उत्सुक शक्ति और तटस्थ शक्तियों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया ।