L19 DESK : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मेयर एजाज ढेबर, आइएएस अनिल टूटेजा समेत शराब सिंडीकेट के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने ताबड़तोड़ रेड की है। बुधवार को तड़के शराब और होटल कारोबारियों पर छापे मारी की गयी है। इडी की जद में बड़े उद्योगपति कमल सारडा, कोल परिवहन और जमीन के कारोबार से जुड़े लोग और कुछ अधिकारी शामिल हैं। इडी की छापेमारी में मेयर एजाज ढेबर, शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया, बलदेव सिंह भाटिया, पप्पू बंसल, विनोद बिहारी और अन्य लोग शामिल हैं।
इनमें ढेबर परिवार के यहां पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का छापा पड़ चुका है, जिसके आधार पर ही ईडी द्वारा आगे जांच की बात कही जाती है। छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट के यहां यह छापेमारी दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को हिरासत में लिये जाने के बाद हुई है। इसको लेकर राजनीतिक गहमागहमी भी अधिक बढ़ी हुई है। मंगलवार को ईडी की टीम ने रायपुर के बड़े उद्योग समूह के ठिकानों के साथ-साथ बिलासपुर रायगढ़ समेत कई शहरों में छापा मारा।
मंगलवार को ईडी ने उद्योगपति कमल सारडा के ठिकानों पर छापा मारा। इसके साथ ही, भिलाई के सेक्टर 9 में स्थित प्रशासनिक उच्चाधिकारियों के निवास स्थानों पर भी दबिश दी। रायगढ़ जिले में ईडी के अधिकारियों द्वारा उद्योगपति योगेश सिंघल और जमीन कारोबारी आलोक रतेरिया के यहां कार्रवाई की है।
ईडी ने इसके पहले कार्रवाई करते हुए आईएएस समीर बिश्नोई, मुख्यमंत्री कार्यालय की उप सचिव सौम्या चौरसिया, कोयला दलाल सूर्यकांत तिवारी, कारोबारी सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी सहित दो खनन अधिकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इन छापेमारी को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि कोई ऐसा वर्ग नहीं बचा, जहां छापा नहीं डाला गया हो। ईडी भाजपा शासित राज्यों में कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है।