L19 DESK : कुड़मी को एसटी मे शामिल करने को लेकर बीते चार पाँच दिनो से आंदोलन को वापस लेते ही उन चेहरों पर रौनक लौटी आई है, जो इससे खास प्रभावित हो रहे थे। आंदोलन स्थगित होने और ट्रेनों के चलने से यात्री, दुकानदार, रोज कमाने-खाने वाले सोमवार को खुश दिखे। स्टेशनों पर गहमा-गहमी शुरु हो गई है,हालांकि अभी सभी ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया है। लेकिन धीरे-धीरे पटरी पर ट्रेनों के चलने और सड़कों पर बसों, ट्रकों के दौड़ने से लोगों की जिंदगी पटरी पर लौटती नजर आ रही हैं। सब कुछ सामान्य होने में थोड़ा समय लगेगा।
मालूम हो कि कुड़मी जाति को एसटी सूची में और कुड़माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर कुड़मी समाज ने पिछले पांच दिनों से आंदोलन छेड़ रखा था, और ट्रेनों और बसों का परिचालन ठप कर दिया था। इस आंदोलन का पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से और झारखंड के सीमावर्ती इलाके यथा जमशेदपुर, चक्रधरपुर, घाटशिला, ज्यादा प्रभावित रहा। पश्चिम बंगाल के खेमाशुली में 4अप्रैल से जारी नेशनल हाईवे (एनएच) 49 जाम सातवें दिन सोमवार की सुबह 11 बजे हटा लिया गया।
एनएच 49 को पश्चिम बंगाल कुड़मी समाज द्वारा जाम किया गया था। इसका नेतृत्व पश्चिम बंगाल कुड़मी समाज के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार महतो कर रहे थे। राजेश कुमार महतो के अनुसार 11 अप्रैल को कोलकाता में राज्य सरकार के साथ उनकी मांगों को लेकर बैठक होगी। बैठक में शामिल होने के लिए राज्य सरकार की ओर से राजेश कुमार महतो को पत्र मिला है। बैठक में कुड़मी समाज की मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो पुनः एनएच 49 जाम कर दिया जाएगा।
कुड़मी जनजाति को एसटी में सूचीबद्ध करने की मांग पर कुड़मी सेना की ओर से घाघर घेरा साइकिल यात्रा निकाली गई थी। राज्य सरकार द्वारा वार्ता के लिए बुलाए जाने के बाद इसे स्थागित कर दिया गया है। कुड़मी सेना का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को राज्य के मुख्य सचिव के साथ वार्ता करने कोलकाता गया है। वार्ता के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी. कुड़मी सेना का प्रतिनिधिमंडल राज्य सरकार की ओर से केंद्र सरकार को मंतव्य के साथ भेजी जाने वाली सीआरआई जस्टीफिकेशन रिपोर्ट को लेकर मुख्य सचिव के साथ वार्ता करेगी।घाघर घेरा साइकिल यात्रा की शुरुआत एक अप्रैल को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला के झालदा के पंच शहीद मोड़ से हुई थी।
नौ अप्रैल की रात को घाघर घेरा साइकिल यात्रा खेमाशोली पहुंची थी। जहां मार्ग अवरूद्ध कर अपनी मांगों को लेकर समाज के लोगों को जागरूक किया गया. इस अभियान में 81 साइकिल यात्री शामिल थे। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के वाहनों से भी लोग साथ चल रहे थे। खेमाशोली में घाघर घेरा का अनिश्चितकालीन नाकेबंदी रविवार को नौवें दिन भी जारी था. सोमवार को इसे स्थगित कर दिया गया।कुड़मी समाज को एसटी में शामिल किए जाने को लेकर किए जा रहे आंदोलन थमने के बाद सोमवार से लोगों ने राहत की सांस ली। ट्रेनों का परिचालन शुरू होने से यात्रियों के साथ साथ रेलवे स्टेशन के भीतर,बाहर दुकान लगाने वालों के चेहरे पर रौनक देखी जा रही है।
ट्रेनों के नहीं चलने के कारण चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के बाहर कई दुकानें बंद हो गई थी,जो सोमवार से खुली.हालांकि सोमावर से पूरी तरीके से ट्रेनों का परिचालन सामान्य नहीं होने के कारण चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की ज्यादा भीड़ नहीं रही. जिन्हें भी जानकारी मिली की ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है, यात्री अपने गंतव्य के लिए स्टेशन पहुंचने लगे थे। चक्रधरपुर पहुंचे रेलवे स्टेशन पर यात्रियों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ट्रेनों के चलने से अब राहत मिली है। आंदोलन के कारण यह नहीं पता चल पा रहा था कि कब तक ट्रेनों का परिचालन बंद रहेगा।
वहीं रेलवे स्टेशन के बाहर ऑटो, ई रिक्शा रोज की तरह लगने शुरू हो गए हैं।चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के बाहर भोजनालय दुकान संचालन करता सुमित कुमार ने कहा कि ट्रेनों के बंद रहने के कारण दुकानदारी पर खासा असर पड़ा है। स्टाफ पेमेंट में भी परेशानी हो रही थी,जिसके कारण भोजनालय को बंद करना पड़ा था। ट्रेनों के खुलने की सूचना मिलने के बाद ही सोमवार से भोजनालय खोल दिए गए हैं।