L19/Ranchi : राजधानी रांची में अब पिलर यानी खंबों में दिये गये नंबरों से मोहल्लों की पहचान की जा सकेगी। शहर के कई इलाकों को लोगों को ढूंढने में मदद के लिए पिलर नंबर दिए जाएंगे। फ्लाईओवर से कुछ जगहों के नाम और पते बदले जाएंगे। इन जगहों की पहचान के लिए पिलर नंबर का इस्तेमाल किया जायेगा। फ्लाईओवर से कारों के लिये एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना भी आसान हो जाएगा। इन सभी परिवर्तनों के कारण कुछ पुराने स्थलों, पेड़ों और घरों को पहचानने में अब आसानी होगी। लोग अब शहर में रास्ता ढूंढने के लिये खंभों पर दिये गये नंबरों का इस्तेमाल करेंगे। कुछ कूरियर कंपनियां और डाकिया पहले से ही इन नंबरों का उपयोग कर रहे हैं।
कांटाटोली चौक से लेकर बहुबाजार तक बनने वाले फ्लाईओवर में कुल 42 पिलर हैं। सभी पिलरों पर पीले रंग से उनकी संख्या लिख दी गयी है। बहुबाजार चौक से लेकर बिरसा बस स्टैंड तक 24 पिलरों की संख्या लिख दी गयी है। इसी तरह कांटाटोली चौक तक एक से 18 संख्या अंकित की गयी है। इस फ्लाईओवर की दाहिनी और बायीं तरफ ऐसे भी कई मोहल्ले हैं, जो रांची शहर के बसने से भी पहले के बने हुए हैं। पुराने दिनों में इनका नाम पेड़ों, आकारों और प्रकृति को आधार पर रखा गया था। वहीं, बहुबाजर से लेकर कांटाटोली चौक तक छोटी-बड़ी कुल 13 गलियां हैं।
इस पहले के तहत अब प्रगति पथ-कठरटोली पहला लेन, गुरुद्वारा-कठरटोली दूसरा लेन, बिशप हाउस-कठरटोली तीसरा लेन, बिशप स्कूल-कठरटोली चौथा लेन, वाईएमसीए कठरटोली पांचवां लेन, नया टोली पुल- कठरटोली छठा लेन के नाम से जाना जायेगा। वहीं, दूसरे छोर में बहुबाजार साहू टोली-चुटिया रोड, बिशप कंपाउंड, बसर टोली, नया टोली-बसर टोली के बीच का भाग, नया टोली, चुनवा टोली, मकचंद टोली, टमटम टोली, अमृतबाग-पथलकुदवा गली के नाम भी बदले जाने की संभावना है।