झारखंड कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता राजधानी रांची सहित विभिन्न जिलों में राहुल गाँधी की रद्द होने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। मोरहाबादी मैदान में प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी सत्याग्रह कर रहे हैं। सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक सभी धरना पर बैठेंगे। धरना पर बैठे कांग्रेसियों ने कहा कि पूरी दुनिया जिस लोकतंत्र का उदाहरण देती है, उसे आज मिटाने की कोशिश की जा रही है । सवाल पूछने पर सदस्यता रद्द कर दी जा रही है । कांग्रेस पार्टी आंदोलन से निकली और आंदोलन कर देश को आजाद करायी है। पार्टी संघर्षों से नहीं डरती है। हम अंजाम पर फोकस करते हैं ।
किसने क्या कहा ?
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि हमलोग महात्मा गांधी के बताए रास्ते का पालन करते हुए सत्याग्रह कर रहे हैं। एक लंबी लड़ाई है। जिसे लड़ने के लिए आज हम धरना पर बैठे हुए हैं। हमारा प्रयास होगा कि राहुल गांधी ने अडाणी के खिलाफ जो आवाज उठाई है, उसे अंजाम तक पहुंचाएंगे। जिस तरह की कार्रवाई राहुल गांधी पर की गयी है। इससे तो लगता है कि देश में लोकतंत्र खतरे में है। इस लोकतंत्र को बचना हमारी जिम्मेदारी है। बाबा साहेब ने जो संविधान देश को दिया, उसे कुचलने का काम किया जा रहा है। आज हम गांधी जी के चरणों में बैठेंगे। पूरे दिन धरना देंगे। हम तय करेंगे कि जिस लड़ाई को राहुल गांधी ने शुरू किया है, उसे कैसे अंजाम तक पहुंचाया जाए।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि देश में जिस तरह लोकतंत्र को उखाड़ने की व्यवस्था चल रही है। कहीं न कहीं यह देश के लिए सही नहीं है। इस तरह की चीजों को देश कभी स्वीकार नहीं करेगी। अडाणी ने एलआईसी का पैस नहीं लूटा है, उसने लाखों लोगों की उम्मीदों को लूटा है। लोग थोड़ा-थोड़ा कर अपने भविष्य के लिए, अपने बच्चों के भविष्य के लिए पैसे जमा करता है। एलआईसी का सौदा कर लोगों की उम्मीदों का सौदा कर दिया गया है। राहुल गांधी ने दुनिया के सबसे बड़े घोटाले के खिलाफ उठाया जो ये लोग डरने लगे। ये इस तरह की हरकत करने लगे हैं। हम कांग्रेस के लोग हैं। हम जुल्म से डरने वाले लोग नहीं हैं। हमारा इतिहास देश की आजादी के साथ जुड़ा हुआ है। हमने अंग्रेजों को भगाया है। जुल्म तो जुल्म है, बढ़ता है मिट जाता है। खून तो खून है टपकता है जम जाता है। ये जितना जुल्म करेंगे हम उतना ही मजबूत होंगे।
विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि इस देश में कोई एक कॉरपोरेट घराना हावी हो जाएगा। ऐसा देश के लिए शहीद होने वालों ने कभी कल्पना नहीं की होगी। देश को संविधान देने वाले बाबा साहेब अंबेदकर की सोच में भी ऐसा नहीं होगा। गांधी जी की सोच में भी यह बात नहीं होगी। सवाल एक ही है कि देश का 20 हजार करोड़ शेल कंपनी के माध्यम से अडाणी में किसने लगाया? एसबीआई और एलआईसी में देश की जनता का जो पैसा है, उसे मोदीजी ने अपने दोस्त को क्यों दे दिया? इसका जवाब हम सत्याग्रह से लेंगे। इसी के लिए आज हम यहां बैठे हुए हैं।