L19 DESK : हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को पथराव और वाहनों में आग लगाने की घटना के कारण भड़की हिंसा ने अब गुरुग्राम और फरीदाबाद को भी अपने चपेट में ले लिया। इसे लेकर हिंदू और मुसलमान कमेटी के सदस्यों के साथ प्रशासन ने अहम बैठक की है। नूंह के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजरानिया ने मीडिया से बातचीत की और कहा कि हमने हिंदू और मुस्लिम दोनों की समितियों को बुलाया था। दोनों ही समितियों से अलग-अलग बातचीत की गई है ताकि हम एक सामान्य स्तर पर इस बातचीत को ला सकें। एक बार सबकुछ तय होने के बाद हम दोनों ही समितियों के साथ मिलकर एक मीटिंग करेंगे। जिले के एसपी ने बताया कि जिन लोगों की संलिप्तता इस हिंसा में पायी जायेगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों के बीच हुई बहस के बाद यह घटना हुई थी जिसमें एक भीड़ शामिल थी। हम इसकी जांच भी करेंगे। यह पूर्व नियोजित था।
वहीं, नूंह के जिलाधिकारी प्रशांत पवार ने बताया कि सोमवार को हुई हिंसा के बाद धारा 144 लगा दी गई है। घटनास्थल पर कर्फ्यू है। पैरामिलिट्री फोर्स की 20 कंपनियां वहां तैनात हैं। इसके अलावा, राज्य के वरिष्ठ अधिकारी भी वहां मौजूद हैं। जिले को सब सेक्टर में बांटा गया है और इंस्पेक्टर तथा मजिस्ट्रेट की संयुक्त टीम बनाई गई है ताकि जितनी जल्दी से जल्दी हो सके शांति बहाली की जा सके।
हिंसा पर क्या कहते हैं पक्ष और विपक्ष?
हरियाणा में हुए हिंसा को लेकर हैदराबाद सांसद और एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दिन ओवैसी ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर ही पुलिस मोनू मानेसर को गिरफ्तार नहीं कर रही है। गुरुग्राम में भी 19 साल के मौलाना की हत्या कर दी गई। ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ऐसा होने दिया गया है ताकि चुनाव में उसका फायदा मिले। जब एक आरोपी ने वीडियो डाला था और लोगों से जुटने की अपील की थी तो सरकार को पहले से तैयारी करनी चाहिए थी। जुलूस में जनता के पास हथियार भी थे तो यह किसकी गलती है। कई बार ऐसी रैलियों में भड़काऊ गाने और नारे भी चलते हैं।
हालांकि, हरियाणा की सरकार ने ऐसे दावों को गलत बताया है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि ऐसी सारी बातें गलत हैं। हर वर्ष 1 अगस्त को विश्व हिंदू परिषद द्वारा ऐसी रैली निकाली जाती है। कभी भी इस तरह की हिंसा नहीं हुई और यह यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से निकलती थी। लेकिन इस बार साजिश के तहत यात्रा पर हमला हुआ, जिससे हिंसा भड़क गई। वहीं, नूंह विधानसभा के कांग्रेस विधायक आफताब अहमद के मुताबिक इसके पीछे हिंदूवादी संगठनों की साजिश है। उन्होंने कहा कि नूंह में साजिश रचकर भाईचारा खत्म करने का प्रयास किया गया है।
क्या था मामला?
पुलिस के अनुसार, सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास युवकों के एक समूह ने रोका और पथराव करने लगे। इस दौरान जुलूस में शामिल कुछ गाड़ियों में आग भी लगा दी गई। इसके बाद दो पक्षों के बीच हुए पथराव के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस हिंसा के कारण अबतक करीब 5 लोगों की मौत हो चुकी है। तनाव की स्थिति को देखते हुए इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई और अन्य क्षेत्रों से भी पुलिस बल बुलाया गया। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पुलिस ने नूंह के एक शिव मंदिर से लगभग 2,500 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाला। इनमें श्रद्धालु और वे लोग शामिल थे जिन्होंने दोनों पक्षों के बीच झड़प के दौरान वहां शरण ली थी।