
L19/Ranchi : इन दिनों राजधानी रांची जमीन घोटालों के लिए चर्चित हो रहा है आईएएस अधिकारी से लेकर छोटे स्तर के कर्मचारियों की भी जमीन घोटलवए मे संलिप्ता देखि जा सकती है।इसी मामले में रांची मे हुये जमीन घोटाले मे अब एक नया मोड़ आ गया है। ईडी ने जहां आइएएस छवि रंजन को छह दिनों की रिमांड पर लिया है,वहीं बड़गाई सीआई भामू प्रताप पर एफआइआर किए जाने की बात कही है, इस सम्बंध मे ईडी ने सरकार को पत्र लिखकर अनुशंसा की है। आर्मी जमीन घोटाला मामले में बड़गाई सीआई भानू प्रताप वह कड़ी है, जिसके सिमडेगा आवास से बड़ी संख्या में जमीन के दस्तावेज ईडी ने बरामद किए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 13 अप्रैल को छापेमारी की थी। यह छापेमारी 22 अलग-अलग जगहों पर की गयी थी। इसमें से छापेमारी का एक ठिकाना बड़गाई सीआई भामू प्रताप का घर भी था।
सिमडेगा स्थित झूलन सिंह के समीप घर और रांची के ठिकाने पर रेड के बाद ईडी ने उसके यहां से हजारों सरकारी दस्तावेज, 17 रजिस्टर और नगदी बरामद किया गया था। इन कागजातों में आर्मी जमीन घोटाला से जुड़े कागजात भी शामिल हैं। ईडी इस मामले में सीआई भानू प्रताप प्रसाद के साथ रिम्स के निलंबित कर्मी अफसर अली, सद्दाम, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, प्रदीप बागची और फैयाज खान पर भी कार्रवाई कर रही है। ऐसा नहीं है जमीन से संबंधित मामले में बड़गाई सीआई भानू प्रताप पर पहली बार किसी तरह की कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले दो बार एसीबी उन्हें गिरफ्तार कर चुकी है। उसके खिलाफ एसीबी में अब भी मामला चल रहा है।
चूंकि बड़गाई सीआई भानू प्रताप का सरकार के ओहदेदारों के साथ अच्छी पैठ होने की वजह से एसीबी अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर सकी। एसीबी की कार्रवाई तब हुई थी, जब वह गुमला जिले में पोस्टेड था। बड़गाई सीआई भानू प्रताप ने केवल गलत तरीके से जमीन की हेराफेरी करता था, बल्कि नौकरी में भी उसकी मनमानी चलती थी। नियमानुसार एक अंचल में तीन से अधिक समय तक पोस्टिंग नहीं रहती है। पर सीआई भानू प्रताप पिछले तीन साल से अधिक समय से बड़गाई अंचल में पोस्टेड है। मिली जानकारी के अनुसार उसने बकायदा ग्रुप बना रखा है ,जो उसके साथ जमीन के कागजात हेराफेरी करने में मदद करते थे। इस ग्रुप में सीआई भानू प्रताप का निजी सहायक सुरेंद्र कुमार और भानु प्रताप के निजी कंप्यूटर ऑपरेटर नीरज कुमार हैं।
