L19 DESK : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बुधवार को टेंडर ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम की संपत्ति जब्त करेगा। वीरेंद्र राम ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए 125 करोड़ रुपए से अधिक की चल-अचल संपत्ति अर्जित की है। इडी की छापेमारी में पता चला था कि उसने टेंडर कमीशन घोटाले में अकूत संपत्ति बनाई है। वीरेंद्र राम के साथ उनके करीबी रिश्तेदार आलोक रंजन के खिलाफ भी जल्दी ही चार्जशीट दायर की जाएगी।
वीरेंद्र राम कई संपत्तियों को करेगी जब्त
आलोक रंजन वीरेंद्र राम का रिश्तेदार है और वही वीरेंद्र राम की अवैध कमाई मैनेज करने का काम करता था। आलोक उसके पैसे को बैंक में जमा कराने के साथ खरीदारी का भुगतान भी करता था। इडी ने जिन संपत्तियों को जब्त करने की सूची बनायी है, उसमें जमशेदपुर के वाटिका ग्रीन सिटी के दो डुप्लेक्स- ई-3 शामिल हैं। यह डुप्लेक्स वीरेंद्र राम व पत्नी राजकुमारी के नाम से है।
इसके अलावा जमशेदपुर के वाटिका ग्रीन सिटी का ई-2 डुप्लेक्स, नयी दिल्ली के साकेत स्थित डी-70 स्थित करोड़ों का मकान, दिल्ली के साकेत स्थित सी ब्लाक के फ्लैट नंबर 334, रांची के पिठौरिया स्थित प्लाट, बेटा आयुष रौशन के नाम से खरीदी गयी फार्च्यूनर, बेटे के नाम पर खरीदी गयी ऑडी ए-6, पत्नी के नाम की ऑडी कार, रिश्तेदार पन्नामति देवी के नाम से स्कोडा सुपर्ब, रिश्तेदार अंकित साहू, परमानंद सिंह का फार्च्यूनर और सुदेश कुमार प्राइवेट लिमिटेड का इनोवा शामिल है।
कोर्ट को जल्द सौंपी जाएगी रिपोर्ट
प्रवर्तन निदेशालय ने निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के टेंडर कमीशन घोटाले की रिपोर्ट तैयार की है। उसे जल्दी ही कोर्ट को सौंपा जाएगा। ताकि कोर्ट इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा सके। ईडी ने वीरेंद्र राम ही नहीं, बल्कि इस घोटाले में शामिल सभी आरोपियों की रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में घोटालों और काली कमाई का कच्चा-चिट्ठा है।