इडी ने आरइओ के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम को हिरासत में लिया
करोड़ों की चल-अचल संपत्ति के मालिक हैं वीरेंद्र राम
2019 में विधानसभा का चुनाव अपनी पत्नी को लड़ाना चाहते थे मुख्य अभियंता
अब तक की छापेमारी में दो करोड़ के गहने, 20 करोड़ के चल अचल संपत्ति के कागजात मिले
दीपक
L19 : ग्राम्य अभियंत्रण संगठन (आरइओ) के मुख्य अभियंता रहे वीरेंद्र राम करोड़ों के मालिक है. ये सुवर्णरेखा परियोजना में मुख्य अभियंता (मानिटरिंग) थे. सुवर्णरेखा परियोजना में करोड़ों रुपये की योजनाओं को देखने का जिम्मा भी था. मुख्य अभियंता विरेंद्र राम और आलोक रंजन नामक व्यक्ति को प्रवर्तन निदेशालय ने हिरासत में ले लिया है. इडी की छापेमारी में इनके यहां से डेढ़ किलो का स्वर्ण आभूषण समेत, चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं. इडी की तरफ से सुबह से ही दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. अब तक छापेमारी में ऑउडी, टोयोटा फारच्यूनर, स्कोडा समेत अन्य महंगी गाड़ियां मिली है. रांची के अशोक नगर स्थित आवास में आलोक रंजन को भी पकड़ा है, अब तक की छापेमारी में बरामद जेवरात के अलावा 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के कागजात भी बरामद किए गए हैं.
24 जगहों पर चल रही छापेमारी
ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े 24 ठिकानों पर ईडी ने रेड डाला है. जहां सुबह से ही छापेमारी चल रही है। जमशेदपुर के बिष्टुपुर सर्किट हाउस एरिया स्थित घर पर सुबह सात बजे ही टीम पहुंची. इसके अतिरिक्त रांची में अशोक नगर स्थित रोड नंबर चार के आवास में 10 से अधिक की संख्या में पहुंचे अधिकारियों की टीम जांच कर रही है. घर के आसपास पुलिस फोर्स तैनात किया गया है.
विधानसभा चुनाव के दौरान जब्त हुए थे ढ़ाई करोड़
चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उसके घर से लगभग ढ़ाई करोड़ रुपये नगद बरामद किए गए थे. जानकारी के मुताबिक उनकी पत्नी राजकुमारी जुगसलाई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी. वीरेंद्र राम आय से अधिक कमाई की मदद से जमशेदपुर के सोनारी में अपार्टमेंट, मानगो के ग्रीन वाटिका में दो डुप्लेक्स खरीदी है. वीरेंद्र राम के पास रांची ,पटना तथा सीवान में करोड़ो की अवैध संपत्ति है. ईडी की रेड के बाद ही ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर इन चीफ वीरेंद्र राम चर्चा में आए हैं. उन पर पहले से भी कई तरह के आरोप लगे हैं और जांच चल रही है. आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला एसीबी भी जांच रही है. इन्हें पद से हटाने के लिए झारखंड हाईकोर्ट में भी मामला विचाराधीन .
जनवरी में मिला था चीफ इंजीनियर का प्रभार
वीरेंद्र राम ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के मुख्य अभियंता के रूप में कार्यरत थे. उन्हें जनवरी के पहले सप्ताह में मुख्य अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग का प्रभार दिया गया है.