L19 साहेबगंज: झारखंड में हुए 1 हजार करोड़ के अवैध खनन, स्टोन चिप्स माइनिंग और उसके ट्रांसपोर्टेशन मामले पर प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने साहेबगंज के डीएसपी प्रमोद मिश्रा से पूछताछ की है। इडी को डीएसपी प्रमोद मिश्रा ने पूछताछ के क्रम में बताया कि अवैध खनन के मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा से न्यायिक हिरासत के दौरान रिम्स में पांच बार मुलाकात की थी। ईडी की पूछताछ में डीएसपी प्रमोद मिश्रा ने यह बात स्वीकार की है। तीसरे समन पर डीएसपी प्रमोद मिश्रा ईडी कार्यालय पहुंचे थे, इसके बाद जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कई घंटे उनसे पूछताछ की।
प्रमोद मिश्रा ने ईडी अधिकारियों को बताया है कि न्यायिक हिरासत के दौरान पंकज मिश्रा ने कई बार फोन पर उनसे बातचीत की थी। 5 बार पंकज मिश्रा ने उन्हें बुलाया, वह उससे मिलने रिम्स गए थे। पंकज मिश्रा से मुलाकात करने के मामले में अब ईडी डीएसपी प्रमोद मिश्रा, राजेंद्र दुबे समेत अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा सरकार और रांची पुलिस को करेगा।
ईडी ने प्रमोद मिश्रा से उनके आश्रितों की पूरी संपत्ति, बैंक खातों का विवरण मांगा है। बड़हरवा डीएसपी के पद पर तैनाती के दौरान प्रमोद मिश्रा ने टोल प्लाजा केस में 24 घंटे के भीतर मंत्री आलमगीर आलम, बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को क्लीन चिट दी थी। ईडी ने पहले बड़हरवा कांड के जांच अधिकारी सरफुद्दीन खान को समन किया था। उन्होंने ईडी को दिए बयान में कहा था कि डीएसपी प्रमोद मिश्रा ने केस दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर सुपरविजन नोट जारी कर पंकज मिश्रा व मंत्री आलमगीर आलम को निर्दोष बताया था। इसके बाद ईडी ने डीएसपी प्रमोद मिश्रा को समन जारी किया था, पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में ईडी के अधिकारों को चुनौती दी।