L-19 DESK : झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के मानव विज्ञान और जनजातीय अध्ययन विभाग (डीएटीएस) ने माल पहाड़िया जनजाति के सांस्कृतिक-पारिस्थितिक ज्ञान के दस्तावेजीकरण के लिए पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा ब्लॉक में कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम की मुख्य संयोजक और शोध परियोजना की मुख्य निदेशक, प्रो. सुचेता सेन चौधरी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य माल पहाड़िया जनजाति के विभिन्न पहलुओं का दस्तावेज तैयार करना है, जिसमें मुख्य उनकी विस्तृत सांस्कृतिक-पारिस्थितिक ज्ञान परंपरा है। लगभग सवा दो लाख की आबादी वाले इस समुदाय का दस्तावेजीकरण बहुत ही अहम था जो कि मुख्यत झारखंड और बंगाल में पाए जाते हैं।
यह कार्यशाला का आयोजन मानव विज्ञान और जनजातीय अध्ययन विभाग (डीएटीएस) के अंतर्गत चल रहे आईसीएसएसआर (ICSSR) के प्रमुख शोध परियोजना (मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट) “ए स्टडी ऑन द कल्चरल इकोलॉजिकल नॉलेज ऑफ द माल पहाड़िया ऑफ झारखंड” (झारखंड के माल पहाड़िया के सांस्कृतिक पारिस्थितिक ज्ञान पर एक अध्ययन) में अध्ययन हेतु प्रथम स्तर पर किया गया। यह एक दिवसीय इंटरैक्टिव कार्यशाला में दुमका जिले के अमलागरिया, आसनपहाड़ी और कैराबनी गांवों तथा पाकुड़ जिले के बोड़ो पहाड़ गांव से आए 54 माल पहाड़िया समुदाय के ग्रामीण और प्रतिभागी (जिनमें सत्रह महिलाएं और सैंतीस पुरुष) ने भाग लिया।
शोध परियोजना के सह-शोधकर्ता डॉ एम रामाकृष्णन ने बताया कि इस कार्यक्रम में माल पहाड़िया समुदाय के एथनोइकोलॉजी और उसके जैविक और अजैविक पहलुओं, जैवमंडल (बायोम) के बारे में उनके अपने एथनिक (जनजातीय) विचार, तथा गीतों और कहावतों में संबंधित प्रतीकात्मक सांस्कृतिक पहलुओं पर चर्चा की गई जिसमें सभी प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से अपने विचार रखे।
फोटो – सत्र के दौरान जनजाति के ज्ञान परंपरा से जुड़ी एथनो बोटेनिकल (जनजातीय वनस्पति), औषधीय और सांस्कृतिक वनस्पतियों पर ज्ञान का आदान – प्रदान किया गया और एक नई अंतर्दृष्टि विकसित करते हुए सभी ज्ञान और संसाधनों का ग्रामीणों के मदद से सत्यापन भी किया गया। सभी पुरुषों और महिलाओं ने माल पहाड़िया क्षेत्र और जनजाति से जुड़ी वनस्पतियों को सूचीबद्ध करने में भी भाग लिया। कार्यशाला में अमलागरिया गांव के शिक्षक श्री श्यामलाल अहारी, संताल परगना आयुक्त कार्यालय के अधिकारी श्री भादु देहरी, अमड़ापाड़ा के सेवानिवृत्त शिक्षक, श्री प्रेमलाल देहरी, श्री जनार्दन पहाड़िया, बोड़ो पहाड़ के ग्राम प्रधान और युवा प्रतिभागियों में से श्री दीपक पहाड़िया, बोड़ो पहाड़ के श्री कमला पहाड़िया और आसनपहाड़ी गांव के श्री प्रेम कुमार डेहरी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का समन्वयन परियोजना निदेशक, प्रो. सुचेता सेन चौधरी और सह-परियोजना निदेशक, डॉ. एम. रामकृष्णन ने परियोजना स्टाफ, सुश्री सुनीता सोरेन, श्री प्रियव्रत नाग और शोधार्थी, श्री बिसेसर सरेन के सहयोग से किया। कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों को सम्मानित और सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।