L19 DESK : झारखंड में सिमडेगा जिला के बानो प्रखंड अंतर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय पढ़ाई की खातिर जाने के लिए दर्जनों बच्चे रोज अपनी जान जोखिम में डालते हैं। स्कूल जाने के लिए इन बच्चों को रोजाना बिना रेलवे पटरी पार करना पड़ता है। यहां से रोजाना कई ट्रेनें गुजरती हैं जिसकी चपेट में बच्चों के आने का खतरा बना रहता है। पिछले कई वर्षों से इस स्कूल के बच्चे जान जोखि में डालकर रेलवे लाइन पार कर पढ़ने जाते हैं। इस समस्या को देखते हुए भी वहां अंडरपास या रेलवे क्रॉसिंग बनाने की जरूरत नही समझी गयी।
मिली जानकारी के मुताबिक हटिया-बंडमूंदा रेलखंड में दोहरी रेल-लाइन का निर्माण कार्य जारी है। इसी रेलखंड में बानो प्रखंड में भी दोहरी रेल लाइन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। भविष्य में इस रेलखंड में नियमित रूप से ट्रेनों का परिचालन होगा। तीनसोगंड़ा के पास रेलवे अंडरपास नहीं होने की वजह से यहां हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। सोय पंचायत के सैकड़ों बच्चे रोजाना जान जोखिम में डालकर स्कूल आते-जाते हैं। आसपास के गांवों के लोग भी इस रूट से आना-जाना करते हैं। उनके साथ भी हादसे की आशंका बनी रहती है। सोय पंचायत के मुखिया सोमारी केथवार ने बताया कि अंडरपास ब्रिज की मांग को लेकर सिमडेगा उपायुक्त और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को चिट्ठी लिखी गई है।