L19/DESK : झारखंड सरकार द्वारा कुछ दिन कैबिनेट में पारित की गई योजना मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना इन दिनों पूरे देश में काफ़ी चर्चा में है। हालांकि यह योजना कोई बहुत बड़ी योजना तो नहीं कह सकते लेकिन झारखंड सरकार की इस सुंदर पहल की तारीफ़ हर कोई दबे जुबान ही सही कर जरूर रहा है।
बीते दिनों मुख्यमंत्री चंपई सोरेन मोराबादी मैदान में आयोजित समारोह में एक योजना का शुभारंभ किया, जिसका नाम मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना है। जिसके तहत् ग्रामीण इलाकों में लोगों को शहर आने जाने हो रही परिशानियों से निजात मिलने वाला है। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री सोरेन और अन्य मंत्रियों ने इस योजना के तहत निजी ऑपरेटरों की 83 बसों को हरी झंडा दिखाकर जिलों के लिए रवाना किया। हालांकि इस योजना के कई सारे फायदे हैं तो कई सारे नुकसान में , लेकिन फिलहाल हम इसके फायदे पर ही बात करेंगे। यह योजना फिलहाल लोहरदगा को छोड़कर अन्य सभी जिलों में लागू की गई है जहां बसों का संचालन किया जाएगा।
सरकार द्वारा इस योजना के तहत् बस संचालकों और यात्रियों के लिए कुछ नियम शर्ते बनाई गई है जिसे पूर्ण करने वाले लोगों को इस योजना का लाभ मिल सकेगा। इस योजना के तहत् पहले चरण में कुल ढाई सौ बसें चलाने का लक्ष्य है इन बसों में 60 वर्ष के ऊपर के नागरिक, छात्र-छात्राएं मूक बधिर,दिव्यांग, एचआईवी संक्रमित व्यक्ति,विधवा पेंशन पाने वाली महिलाएं और राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त झारखंड आंदोलनकारी लोग मुक्त में यात्रा कर सकेंगे। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण और सुदूर जनजातीय बसावट वाले क्षेत्र के लोगों को ग्राम पंचायत प्रखंड अनुमंडल और जिला मुख्यालय के लिए सुगम परिवहन सेवा उपलब्ध कराना है।
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि पहाड़ी के बीच तलहटी में रहने वाले लोगों को मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना से काफी लाभ मिलेगा। लाभुक आसानी से प्रखंड अनुमंडल, सदर अनुमंडल और शहर अनुमंडल आ जा सकेंगे। इस योजना के तहत निजी वाहन मालिक बस खरीद कर चलाएंगे बस मालिकों को इन बसों के रोड टैक्स में पूरी तरह से छूट दी जाएगी। बसों के रजिस्ट्रेशन परमिट और फिटनेस के लिए सिर्फ़ एक रुपए शुल्क लगेगा साथ ही इस योजना के तहत नई गाड़ियां की खरीद पर 5 साल तक पांच प्रतिशत की दर पर ब्याज लगेगी। हालांकि इस योजना का कितना लाभ और नुकसान होगा या तो योजना के कुछ दिनों में भी पता चल जाएगा। लेकिन देखना ये है कि इस योजना को कैसी क्रियान्वित किया जाता है।