L19 DESK : हिमाचल प्रदेश में सोमवार का दिन मौत के तांडव का दिन रहा। शिव बावड़ी मंदिर भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसकी वजह से 11 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। 25 लोग मलबे में दबे हैं। यह घटना राजधानी शिमला की है, उधर दूसरी घटना में बादल फटने से एक ही परिवार के सात लोगों की जान चली गयी। सोमवार सुबह सात बजे भारी बारिश की वजह से भूस्खलन की चपेट में शिव बावड़ी मंदिर मंदिर आ गया। इससे मंदिर में मौजूद 25 से ज्यादा लोग मलबे में दब गए। अब तक 2 बच्चों समेत 4 शव निकाले जा चुके हैं। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है, पर बारिश की खलल से शवों को निकालने में देर हो रही है।
शिव मंदिर शिमला के उपनगर बालूगंज इलाके में समरहिल पर स्थित है। सावन सोमवार होने की वजह से मंदिर में सुबह से ही काफी भीड़ थी। बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत हो रही है। पहाड़ी से अभी भी पत्थर गिर रहे हैं। मंदिर के ऊपर मलबे के साथ चार से पांच पेड़ आ गिरे। इससे ज्यादा नुकसान हुआ है। एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है।
राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटना स्थल पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है। फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। उधर, दूसरी घटना में हिमाचल प्रदेश प्रदेश में आसमानी आफत ने सात लोगों की जीवन लीला समाप्त कर दी है। हिमाचल के सोलन में सोमवार को बादल फटने से एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई और तीन लोग लापता बताये जा रहे हैं। घटना जादोन गांव की बतायी जा रही है। उत्तराखंड के मालदेवता में लगातार बारिश के बीच देहरादून डिफेंस कॉलेज बिल्डिंग पूरी तरह ढह गई है।
वहीं, मंदाकिनी नदी में बाढ़ की वजह से चमोली जिले में बांसबाड़ा गांव के पास रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे बंद हो गया। इसकी वजह से बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर आवाजाही बंद हो गई है। हिमाचल के मंडी जिले की बल्ह घाटी में तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। ब्यास नदी उफान पर है। अधिकारियों के मुताबिक, यहां कई पर्यटक फंसे हुए हैं। राज्य में पिछले दो दिनों में 30 से ज्यादा घर पूरी तरह और 180 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए है। इस दौरान लगभग 140 गौशालाएं, दुकानें व घाट भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।