L19/DESK : राज्य में स्वास्थ्य विज्ञान से संबंधित पाठ्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से संचालित करने के लिए स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। इस संबंध में विश्वविद्यालय खोलने के लिए झारखंड स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक शुक्रवार यानी 4 जुलाई को विधानसभा में पेश किया जाएगा।इस बिल की खासियत यह है कि इसके कुलाधिपति झारखंड के मुख्यमंत्री हाेंगे, जबकि आपको बात दें राज्य के सभी सरकारी विश्वविद्यालयाें के पदेन कुलाधिपति राज्यपाल होते हैं। विश्वविद्यालय गठन का उद्देश्य स्वास्थ्य विज्ञान के विभिन्न शाखाओं के ज्ञान को समृद्ध करना है संबद्ध क्षेत्रों में जल्द और व्यावहारिक उपयाेग के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण करना है। साथ ही, स्वास्थ्य के क्षेत्र में शोधकार्यों को आगे बढ़ना है।
बताते चलें कि इस विश्वविद्यालय में राज्य के मेडिकल कॉलेजों, पारा मेडिकल, फार्मेसी, होमियोपैथी, यूनानी चिकित्सा पद्धति व आयुर्वेदिक संस्थानों में चिकित्सा से संबंधित विभिन्न पाठ्यक्रम चल रहे हैं। ये राज्य में स्थापित विभिन्न विश्वविद्यालय, पारामेडिकल, फार्मेसी और नर्सिंग काउंसिल से संबद्ध हैं। राज्य में अभी स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विश्वविद्यालय अलग से स्थापित नहीं है। इस कारण पाठ्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से संचालित करने में परेशानी होती है।इस विश्वविद्यालय कुलाधिपति यानी मुख्यमंत्री के प्रस्ताव पर या सरकार के अनुरोध पर हर पांच साल में कम से कम एक बार विश्वविद्यालय के कामकाज की समीक्षा करने और अनुशंसा करने के लिए आयोग का गठन करेंगे साथ ही इस आयोग में तीन बड़े शिक्षाविद और एक अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा ।