L19 DESK : झारखंड में सहायक शिक्षकों के लिए 26001 पदों पर नियुक्ति के लिए निकाली गई नियुक्ति को लेकर भाजपा ने सोरेन सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि सरकार पहले तो यह बताए कि इतनी संख्या में होने वाली बहाली है किस नियोजन नीति के तहत किया जाएगा। राज्य के युवा मुख्यमंत्री से यह जानना चाहते हैं कि 1932, 1985 या फिर 60-40 वाली नीति पर बहाली होगी, अगर सरकार 60-40 वाली नीति के तहत परीक्षा ले रही है तो वह बाहरियों को नेवता दे रही है।
विधायक भानु प्रताप ने आगे कहा कि बहाली के लिए निकाले गए नियुक्ति में कई गड़बड़िया हैं। पहला तो यह स्पष्ट नहीं है कि किस नियोजन नीति से बहाली होगी, दूसरा यह कि ऐसे शर्त लगाए गए हैं कि सिर्फ टेट पास अभ्यर्थी ही परीक्षा दे पाएंगे, ऐसे में बीएड और बीएलएड किये हुए राज्य के करीब 8 लाख अभ्यर्थी टेट पास नहीं होने के कारण परीक्षा से वंचित हो जाएंगे, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बहालियों में भी तुष्टिकरण की पराकाष्ठा कर दी है। कुछ दिन पहले अल्पसंख्यक स्कूलों में टेट पास अभ्यर्थियों की सीधी बहाली की गई। लेकिन सामान्य स्कूलों में बहाली के लिए टेट पास अभ्यर्थियों को परीक्षा देना होगा ।
1932 हेमंत के लिए संकल्प नहीं सिर्फ मुद्दा है भानु ने कहा कि मुख्यमंत्री इन दिनों कह रहे हैं कि 1932 हमारा था, है और रहेगा मुख्यमंत्री के लिए संकल्प नहीं सिर्फ एक मुद्दा है। भाजपा ने अपने मुद्दों को संकल्प बनाया राम मंदिर निर्माण, धारा 370 हमारा मुद्दा और संकल्प दोनों था, जो हमने पूरा किया। लेकिन यह सरकार ठग है स्थानीयता को परिभाषित नहीं करके युवाओं को ठग रही है। सरकार के मंत्री ठग हैं और मुख्यमंत्री ठगों के राजा हैं। कहा कि भाजपा इसके खिलाफ सड़क से सदन तक आवाज उठायेगी।