बजट 2023-24 के विरोध में अभियान का आयोजित किया जायेगा । अभियान सीपीआइएम की ओर से आयोजित किया जाएगा। जिसकी शुरुवात 22 फरवरी से कर दी गयी है। वहीं, 28 फरवरी तक इसको चलाया जाएगा । पार्टी ने बताया की केंद्रीय कमेटी की ओर से देशव्यापी विरोध अभियान आयोजित किया गया है। इसपर जानकारी देते हुए राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि भाजपा सरकार के 2023 -24 के बजट ने आम लोगों की परेशानियाँ बढ़ा दी है। चावल, आंटा समेत सभी जरूरी चीजों के दाम बढते दिखाई दे रहे है, दूसरी ओर इस बजट में जनता को सीधे फायदा पहुंचाने वाले सभी कार्यक्रम और योजना के खर्च में कटौती की गयी है।
उन्होंने यह भी कहा कि देश में भयावह रूप से बढ़ रही बेरोजगारी पर नियंत्रण पाने के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है. जबकि प्रधानमंत्री अपने भाषणों में बोलते रहें हैं कि हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार दिया जाएगा और केन्द्र सरकार के खाली 10 लाख पदों पर तुरंत बहाली की जाएगी. लेकिन प्रधानमंत्री का यह दावा खोखला साबित होता नाजर आ रहा हैं क्योंकि इस बजट में बेरोजगारों को थोड़ी सी राहत देने वाली योजनाओं के फंडिंग मे ही कटौती की गई है। उदाहरण में मनरेगा, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, एकीकृत बाल विकास कार्यक्रम (आईसीडीएस) जैसी परियोजनाएं भी शामिल हैं। इसमे कटौती किए जाने से नए लोगों को रोजगार मिलने का अवसर बंद हो गया है।
वहीं, बजट में बड़े पूंजीपतियों को टैक्स में छुट देकर मोदी सरकार ने यह साबित कर दिया कि उसे आम गरीब जनता की समस्याओं महंगाई और बेरोजगारी से कोई लेना देना नहीं है। वे केवल उनके चुनाव कोष में भारी फंड देने वाले पूंजीपतियों घरानों की हितों की ही रक्षा करने के लिए दिल्ली में बैठी है। इस जनविरोधी बजट के खिलाफ केंद्रीय कमेटी ने विरोध अभियान का आह्वान कर दिया है जो राज्य में भी चलाया जायेगा।