L19 DESK : राजधानी रांची सहित देशभर में आखिर फिटजी के सेंटर्स अचानक बंद क्यों हो रहे हैं? क्या इंजीनियरिंग की तैयारी कराने वाला कोचिंग संस्थान फिटजी स्टूडेंट्स के साथ धोखाधड़ी कर रहा है? क्या साल भर पहले से ही मोटी रकम अदा करने वाले छात्रों के पैसों को फिटजी पचाने की तैयारी में है ? क्या IIT जैसे देश के सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों का सपना देखने वाले स्टूडेंट्स का सपना अधूरा रह जायेगा ? दरअसल, ये तमाम सवाल देश के सबसे मशहूर कोचिंग इंस्टीट्यूट्स में से एक फिटजी पर लगने वाले ताले के कारण खड़े होने शुरु हो गये हैं। बीते दिनों राजधानी रांची में फिटजी के 2 सेंटरों पर ताला लग गया, जिसके बाद यहां तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के भविष्य़ पर सवाल खड़ा होना शुरु हो गया। इससे पहले बीते दिनों कोचिंग संस्थान की तरफ से मैसेज करके बताया गया था कि कुछ अप्रत्याशित कारणों से सेंटर को बंद रखा जाएगा। मैसेज मिलने के बाद छात्रा-छात्राओं ने कोचिंग प्रबंधन से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। ऐसे में स्टूडेंट्स का संदेह पुख्ता हो गया। अब रांची सेंटर के बंद होने के बाद छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। लेकिन अचानक ये फैसला क्यों लिया गया.
दरअसल, देशभर में फिटजी के कुल 73 सेंटर्स हैं, जहां इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करायी जाती है। बीते 24 जनवरी को तो जेईई मेन की परीक्षा समाप्त हो गयी, लेकिन आने वाले दिनों में 11वीं, 12वीं के छात्रों के बोर्ड एग्जाम्स हैं, वहीं, नीट की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के भी एग्जाम्स नजदीक हैं। इस बीच बीते दिनों नोएडा, दिल्ली समेत देशभर के कई इलाकों में फिटजी के सेंटरों के बंद होने की खबर सामने आयी, जिसके बाद छात्रों और अभिभावकों ने हंगामा करना शुरु कर दिया, क्योंकि परिजनों को उनके बच्चों की पढ़ाई के पूरा ना होने की चिंता सता रही है, और तो और लाखों की फीस जो उन्होंने कोचिंग संस्थान में जमा करायी, सो अलग। जिन अभिभावकों ने अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिये इतने प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटर में एडमिशन कराया है, वह भी पूरे कोर्स की फीस एक साथ भरकर, उनकी चिंता तो लाज़िमी है। अब पेरेंट्स फिटजी पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगा रहे हैं, पेरेंट्स ने इस आरोप के साथ कई FIR भी दर्ज कराये हैं।
दरअसल, देशभर में फिटजी सेंटर बंद होने के पीछे सबसे बड़ा कारण शिक्षकों का इस्तीफा माना जा रहा है। फिटजी में पढ़ाने वाले कई शिक्षकों को समय पर सैलरी न मिलने की वजह से उन्होंने इस्तीफा दे दिया. टीचर्स का कहना है कि हालात ऐसे हो गए कि प्रबंधन ने शिक्षकों के लिए चाय और कॉफी की दैनिक खर्चे भी बंद कर दिए. बता दें कि फिटजी के कई केंद्रों पर शिक्षकों का वेतन ना दिए जाने की खबरें जनवरी 2024 से ही आ रही हैं. उस समय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि संस्थान आर्थिक तंगी से गुज़र रहा है. बताया जा रहा है कि फिटजी के कई शिक्षक उसके प्रतिद्वंदी कोचिंग संस्थान आकाश इंस्टीट्यूट का रुख कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर फिटजी का विलय आकाश इंस्टीट्यूट में होने की संभावना जतायी जा रही है, हालांकि, अभी तक आधिकारिक रूप से इसकी सूचना नहीं आयी है. इन सब का दबाव स्टूडेंट्स और उनके माता पिता झेल रहे हैं, क्योंकि परीक्षा सिर पर है, और इस समय ही कोचिंग संस्थान के अचानक बंद होने की खबर आ रही है।
हालांकि, फिटजी मैनेजमेंट ने कहा कि उनकी ओर से किसी भी कोचिंग सेंटर को बंद नहीं किया गया है. सेंटर के मैनेजमेंट साझेदार और पूरी टीम के अचानक इस्तीफा देने की वजह से यह स्थिति बनी है. मैनेंजमेंट ने दावा किया है कि सभी सेंटर्स को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए काम किया जा रहा है. कंपनी को इसमें साजिश की भी आशंका है। कंपनी का कहना है कि अभी तक दुर्भावनापूर्णवश केस दर्ज हुए हैं, उन पर हमारी कानूनी टीम काम कर रही है। जांच में यह सामने आ जाएगा कि कुछ लोगों ने यह षडयंत्र रचा है। सच हमेशा के लिए नहीं छिप सकता। हम अनुचति तरीके अपनाने वाले अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करेंगे। कंपनी ने अपने सभी छात्रों से भरोसा बनाए रखने की अपील की है। अब आने वाले दिनों में देखना होगा कि क्या फिटजी पर लगे ताले हटते हैं, क्या स्टूडेंट्स को फिर से संस्थान में पढ़ने का मौका मिलता है?