L19/Ranchi : रांची के चेशायर होम रोड स्थित सेना की कब्जे वाली जमीन के बारे में कुछ अहम खुलासे हुए हैं। इस जमीन को पुनीत भार्गव ने फर्जी डीड से खरीदकर विष्णु अग्रवाल को बेची थी। इस बात का पता ईडी द्वारा रविवार को हुई जांच में चला। दरअसल, रविवार को जमीन घोटाला मामले में ईडी ने विष्णु अग्रवाल और प्रेम प्रकाश को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की। दोनों ने जमकर एक दूसरे पर आरोप मढ़े। इसी बीच यह खुलासा हुआ।
कैसे हुई थी जमीन की खरीद बिक्री?
ईडी को सबूत मिले हैं कि दोनों को पहले से ही अफसर अली के गिरोह द्वारा चेशायर होम रोड की जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाये जाने के बारे में जानकारी थी। 1948 की फर्जी डीड के आधार पर ही प्रेम प्रकाश के करीबी पुनीत भार्गव को जमीन की रेजिस्ट्री की गयी थी। पुनीत ने जमीन की रेजिस्ट्री के बाद मात्र 25 लाख रुपये ही रेजिस्ट्री कराने वाले भरत प्रसाद व इम्तियाज अहमद को दिये थे। इसमें से 18 लाख रुपये बाद में सद्दाम हुसैन के खाते में डाले गये। वहीं, पुनीत भार्गव ने जब ये जमीन दो डीड के जरिये विष्णु अग्रवाल को बेची तो एक करोड़ रुपये पुनीत ने प्रेम प्रकाश को मुनाफा कराने वाली कंपनी जैमिनी इंटरप्राइजेज के खाते में भेज दिया।
मामले का खुलासा होने के बाद अब ईडी चेशायर होम रोड की जमीन को फर्जी तरीके से खरीद फरोख्त के मामले में फर्जी कागजात बनाने वाले गिरोह के सदस्यों के साथ साथ विष्णु अग्रवाल, प्रेम प्रकाश, भरत प्रसाद, राजेश राय, लखन सिंह सहित अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी। इस मामले में सरकारी पदाधिकारियों की भूमिका की भी जांच होने की संभावना है। ईडी ने इस मामले में भी बड़गाई अंचल के अफसरों का बयान गवाह के तौर पर दर्ज किया है।