L19/Hazaribagh : विनोबा भावे विश्वविद्यालय में सोमवार को कुलपति सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि राज्य के विवि समाज में परिवर्तन लाने वाले लीडर पैदा करें, जिसपर राज्य समेत देश भी गर्वान्वित महसूस करें। राज्यपाल ने शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर भी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों में जल्द ही शिक्षकों की नियुक्तु की जायेगी। इस दिशा में काम जारी है।
बकौल राज्यपाल, राज्य के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है मगर, विवि शिक्षकों की नियुक्ति कराने को लेकर अग्रसर हैं। इसके लिए सरकार से अलग आयोग के गठन हेतु बात की जाएगी। इसके साथ ही हमें मेरिट के आधार पर नियुक्ति करने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की भी ज़रुरत है, जहां विद्यार्थी और कुलपति बायोमेट्रिक के जरिए अपनी हाजिरी दे सकें।
उन्होंने अपने भाषण में सख्ती बरतते हुए कहा कि किसी भी कुलपति को जरूरी कार्य के अलावा राजभवन की अनुमति के बगैर छुट्टी नहीं मिलेगी। झारखंड के विश्वविद्यालयों को बेहतरीन बनाने की कोशिश की जानी चाहिए ताकि देश की अंडर-20 यूनिवर्सिटिज़ में इसका नाम हो।
इसके अलावा, उन्होंने सभी विवि में तीरंदाजी की पढ़ाई शुरु करने की भी बात कही। राज्यपाल ने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में आर्चरी की पढ़ाई शुरु की जायेगी। यह खेल झारखंड की मिट्टी से जुड़ी है। यहां के विद्यार्थियों में बेहतर करने की क्षमता है। इसके साथ ही वॉलीबॉल खेल को बढ़ावा देने की तैयारी चल रही है। उन्होंने क्षेत्रीय भाषा को भी सुदृढ़ करने की जरुरत पर बल दिया और कहा कि यह शिक्षा की जड़ है।
जनजातियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करने की भी आवश्यकता है। शैक्षणिक कैलेंडर को सही करना होगा। मंच पर वर्धा विश्वविद्यालय के प्रो. विजय कुमार श्रीवास्तव, शिक्षा सचिव राहुल पुरवार, उच्च शिक्षा निदेशक गरिमा सिंह वीसी सुधांशु भूषण आदि शामिल थे।