L19 DESK : चार से छह लेन वाले एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से NH33 लाइफलाइन सड़क की उपयोगिता काफी बढ़ सकती है । जमशेदपुर शहर का सफर अब आसान हो जाएगा । कालीमंदिर – डिमना चौक- बालगुमा जमशेदपुर सेक्शन NH33 में बनने वाले इस 10 किमी कॉरिडोर को NHDP PHASE-3 से EPC मोड से निर्माण किया जाना है । इसमें 1876 करोड़ की लागत लगेगी ।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इसका ऑनलाइन भूमिपूजन जमशेदपुर के गोपाल मैदान से 23 मार्च को करेंगे । केन्द्रीय मंत्री इस कार्यक्रम के बाद रांची से भी बोकारो-गोला-ओरमांझी एक्सप्रेस-वे, लोहरदगा बाइपास समेत अन्य NH की सड़कों का शिलान्यास करेंगे । NHI के इंजीनियरों ने बताया कि एलिवेटेड कॉरिडोर मुख्य रूप से NH33 महुलिया के फोरलेन रोड का ही हिस्सा है ।
दलमा वाइल्ड लाइफ के कारण इसके निर्माण में विलंब हुई है । प्रोजेक्ट को नये सिरे से डिजाइन करके कुछ दूर तक डबल डेकर भी बनाया जाना है । हाइवे में बनने वाला यह प्रमुख कॉरिडोर जमशेदपुर औद्योगिक शहर और राजधानी रांची से कनेक्टिविटी में मुख्य होगा । जमशेदपुर का सफर अब आसान हो जाएगा । नेशलन हाइवे इंप्रुव होने से झारखंड को ओडिशा और पश्चिम बंगाल से आवागमन और आसान हो जाएगा ।
10 किमी का स्ट्रैच नेशनल हाइवे 2 दिल्ली-कोलकोता कॉरिडोर और एनएच 6 मुंबई- कोलकोता कॉरिडोर को भी जोड़ेगी । पूरी लंबाई पर कॉरिडोर निर्माण होने से रांची-जमशेदपुर से कोलकोता जाने के लिए अब कम समय लगेगा। जाम मुक्त होने की कारण से आवागमन काफी आसान हो जाएगा । पश्चिम बंगाल और ओडिशा के प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यक क्षेत्रों में भारी गाड़ियों का आवागमन आसान होगा जिससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ेगी।