L19/Ranchi : राम लखन सिंह यादव कॉलेज हिंदी विभाग की प्राध्यापक एवं आदिवासी कवित्री पार्वती तिर्की को प्रलेक न्यास की ओर से वर्ष 2023 का प्रलेकन व लेखन सम्मान दिया जाएगा। यह सम्मान कब दिया जाएगा इसकी तिथि की घोषणा फिलहाल नहीं की गई है, परंतु बहुत जल्द ही विभिन्न माध्यमों के द्वारा सम्मान समारोह की तिथि की घोषणा की जाएगी।
यह सम्मान कवित्री पार्वती तिर्की को उनके प्रथम काव्य संग्रह “फिर उगना” के लिए दिया जा रहा है। पार्वती तिर्की की कविताओं में सामाजिक यथार्थ के साथ-साथ भविष्य की संभावनाएं भी दर्शाई गई है। पार्वती ने बताया कि यह कविता संग्रह का लोकार्पण मार्च 2023 में वर्ल्ड बुक फेयर दिल्ली में राधाकृष्ण प्रकाशन की ओर से किया गया था, जिसमें 67 कविताएं शामिल की गई थी। ये कविताएं लोकजीवन आदिवासियों की जीवनशैली, लोक संस्कृति, जल जंगल जमीन, आस्था व विश्वास, लोक कथाएं गीत का मनुष्य पर प्रभाव, पारिस्थितिकी तंत्र और प्रकृति के विभिन्न पहलुओ को दर्शाती हैं।
आदिवासी समाज की नई पीढ़ी की युवा कवित्री पार्वती तिर्की का साहित्य के प्रति लगाव बनारस की धरती से प्राप्त हुआ था, क्योंकि उन्होंने बनारस विश्वविद्यालय से हिंदी में बी ए से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई की है। पार्वती तिर्की मूल रूप से झारखंड के गुमला जिले से ताल्लुक रखती हैं और वर्तमान में आरएलएसवाई कॉलेज में प्राध्यापक के तौर पर कार्यरत हैं।