L19/Ranchi : झारखंड के रांची शहर के सदर अस्पताल में अब एप्लास्टिक एनिमिया का इलाज शुरू हो गया है। अभी तक यह इलाज रिम्स सहित किसी भी मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध नहीं है। इस नई सुविधा में आयुष्मान मरीजों को निशुल्क इलाज दिया जायेगा। 24 अप्रैल को सदर अस्पताल में तीन मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया, जिसमें उन्हे लाखों रुपये का इंजेक्शन निशुल्क दिया जायेगा है। मरीजों को आईसीयू वार्ड में रखा गया है। सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने बताया कि एप्लास्टिक एनिमिया का इलाज शुरू होना ही सदर अस्पताल के लिए गर्व की बात है।
24 अप्रैल से हेमेटोलॉजी विभाग की हुई शुभारंभ
पहले हेमेटोलाजी डॉ अभिषेक रंजन यहां मरीजों का इलाज कर रहे हैं। नई-नई सुविधाएं मिलने से रोगियों के इलाज में काफी सुधार हो रहा है। बिल्कुल मुफ्त में रोगी बेहतरीन डॉक्टरों से अपना इलाज करा पा रहे हैं। पीडियाट्रिक सर्जरी, यूरोलाजी, कार्डियोलाजी विभाग के बाद 24 अप्रैल से अस्पताल में हेमेटोलॉजी विभाग का भी शुभारंभ हो गया है। इस विभाग में डॉ अभिषेक रंजन खून से संबंधित होने वाली सभी तरह की बीमारियों का इलाज करेंगे।
इसमें सबसे ज्यादा होने वाली एप्लास्टिक एनिमिया, ल्यूकिमिया (ब्लड कैंसर), सिकल सेल एनिमिया, थैलीसिमिया आदि शामिल हैं।यह सुविधा अभी तक राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में भी नहीं है। रांची का सदर अस्पताल झारखंड का पहला और इकलौता अस्पताल बन गया है, जहां हेमेटोलाजी विभाग की शुरूआत की गई है। हिमेटोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक रंजन ने बताया कि एप्लास्टिक एनिमिया को ठीक करने के लिए न्यूनतम 32 डोज की खुराक लेनी बहोत जरूरी है।
दवा की कीमत लाखों में है
आवश्यकता के अनुसार डोज बढ़ाई या घटाई भी जा सकती है, जबकि बाहर से दवा की कीमत आठ से 10 लाख तक है। सदर अस्पताल में यह आयुष्मान भारत योजना के तहत बिल्कुल निशुल्क दिया जाएगा।
अब तक 3 रोगियों को मिली है थेरेपी
सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में 24 अप्रैल को आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत एप्लास्टिक एनिमिया से ग्रसित मरीजों के लिए इम्यूनोसुपर्सिव थेरेपी की सुविधाएं उपलब्ध हो चुकी है। पहले ही दिन हेमेटोलाजिस्ट द्वारा तीन एप्लास्टिक एनिमिया से ग्रसित रोगियों को होर्स एटीजी इम्यूनोसुपर्सिव थेरेपी के जरिए दिया गया। जिसके बाद मरीजों की सेहत में सुधार हुई है। जल्द ही इन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।