L19 DESK : राज्य की ब्यूरोक्रेसी में जल्द ही कई बड़े बदलाव हो सकते है। कई अधिकारियों के विभाग बदले भी जा सकते हैं। साथ ही कई आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा जाएगा । बदलाव रामनवमी के आसपास होने की खबर है कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग से मिली सूचना के अनुसार, बदलाव की संभावना के पीछे की वजह झारखंड के ब्यूरोक्रेसी में अधिकारियों की कमी और कई खाली पदों को भरना है ।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी कमल किशोर सोन, आराधना पटनायक और हिमानी पांडेय जल्द ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे केके सोन को श्रम एवं नियोजन विभाग में संयुक्त सचिव, आराधना पटनायक को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग और हिमानी पांडेय को उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग में संयुक्त सचिव बनाया गया ।
बता दें कि केके सोन झारखंड सरकार के भू-राजस्व विभाग और आराधना पटनायक वाणिज्य कर विभाग में प्रधान सचिव के पद पर कार्यरत हैं । वहीं, हिमानी पांडेय खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग की सचिव हैं ।
दो प्रमंडलों के आयुक्त के पद हैं खाली
बदलाव का दूसरी वजह यह है कि झारखंड सरकार के तीन महत्वपूर्ण पद खाली पड़ी है । इसमें दक्षिण छोटानागपुर और पलामू प्रमंडल के आयुक्त का पद है । दो दिन पहले आईएएस प्रवीण कुमार टोप्पो को कार्मिक सचिव बनाया गया। प्रवीण टोप्पो पहले दक्षिण छोटानागपुर के आयुक्त के पद पर कार्यरत थे । साथ ही वे पलामू प्रमंडल के आयुक्त के अतिरिक्त प्रभार पर भी थे।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव का पद भी खाली
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रधान सचिव का पद भी फिलहाल खाली पड़ी है । पहले वरिष्ठ अधिकारी राजीव अरुण एक्का इसके प्रधान सचिव थे। विवादों में आने के बाद उनका तबादला अन्य विभाग में कर दिया गया । 11 मार्च को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सचिव विनय कुमार चौबे को आईपीआरडी का सचिव बनाया गया। हालांकि उसी दिन उन्हें इस पद से निलंबित कर दिया गया। इसके बाद से यह पद खाली पड़ी है ।